गैस लीक होने पर ब्लास्ट में 15 दुकानें, 4 घर जले, 4 लोगों की मौत की चर्चा, 30 झुलसे, गुस्साए लोगों ने लगाया धरना
पंजाब, 23 अगस्त। होशियारपुर के मंडियाला गांव के पास शुक्रवार देर रात एलपीजी से भरे टैंकर में ब्लास्ट हो गया।
मिनी ट्रक से टकरा पलटे टैंकर में भीषण आग लग गई। तेजी से गैस लीक होने से आग ने आसपास का इलाका चपेट में ले लिया। गनीमत यह रही कि हिंदुस्तान पैट्रोलियम का प्लांट घटनास्थल से कुछ दूरी पर है, जहां तक आग की लपटें नहीं पहुंच सकीं। वर्ना और भीषण हादसा हो सकता था।
जानकारी के मुताबिक इस दिलदहलाने वाले हादसे 3 से 4 लोगों की मौत की चर्चा है और करीब 30 लोग झुलस गए। वहीं 15 दुकानें और 4 घर जल गए। हादसे के चलते एहतियातन घंटों बाद तक होशियारपुर-जालंधर नेशनल हाईवे बंद रखा गया। टैंकर से भड़की आग इतनी भीषण थी कि उसकी ऊंची लपटें करीब 4 किमी दूर से नजर आ रही थीं। जब आग आसपास के घरों तक पहुंची तो लोग नींद की हालत में जान बचाने को उठकर भागे। कुछ लोगों का कहना था कि ऐसा लगा, मानों जंग छिड़ गई और दुश्मन देश ने मिसाइल फेंककर तबाही मचाई हो।
सीएम मान ने जताया दुख, किया मुआवजे का ऐलान :
सीएम भगवंत मान ने होशियारपुर हादसे में मुआवजे का एलान किया है। सीएम ने कहा कि होशियारपुर के गांव मंडियाला में देर रात एलपीजी टैंकर के फटने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में कुछ लोगों की दर्दनाक मौत होने की खबर मिली है और कुछ लोग घायल बताए जा रहे हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। पंजाब सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों का इलाज मुफ्त करवाया जाएगा।
एसपी मेजर सिंह ने भी माना कि चार लोगों की मौत की खबर है। सभी घायल सिविल अस्पताल में भर्ती कराए गए। जिनमें से कुछ लोग 30% से 80% तक झुलसे हैं। एफआईआर दर्ज कर ली है। अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। बाकी आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी चैक किए हैं। सब्जी से भरा ट्रक गाड़ियों के बीच कैसे घुसा, यह भी जांच हो रही है। लोगों का आरोप है कि गैर-कानूनी तरीके से गैस भरी जा रही है। उस एंगल से भी जांच कर रहे हैं। एसडीएम गुरसिमरनजीत कौर ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि नुकसान की भरपाई राज्य सरकार करेगी।
दूसरी तरफ, सुबह मौके पर इलाका निवासियों की भीड़ जुटी रही। मुआवजे और मामले की जांच को लेकर लोग धरने
पर बैठे। जिनको पुलिस प्रशासन ने समझा-बुझाकर धरना खत्म कराया। आग में झुलसे लोगों ने बताया कि टैंकर के पलटते ही इतना जोरदार धमाका हुआ मानो बम फटा हो। तेजी के साथ गैस का रिसाव होने लगा। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही आग भड़क उठी। आग इतनी तेज थी कि उसने चंद सेकेंड में आसपास के घरों और दुकानों को चपेट में ले लिया। लोगों का कहना है कि भीषण आग के चलते आसपास के घरों में रखे कुछ सिलेंडर भी फटे जिससे आग और तेजी से भड़की। सिविल अस्पताल में भर्ती गुरबख्श सिंह ने बताया कि इस हादसे में मेरे अलावा मेरी पत्नी, बेटा-बेटी, बहू और पोता झुलस गए। उनका आरोप था कि मंडियाला गांव के आसपास एलपीजी गैस की कालाबाजारी होती है। जिस टैंकर में ब्लास्ट हुआ, वह भी इसीलिए यहां आया था।
पहुंचे राजनेता, बयाबाजी से गर्माया माहौल :
शाम चौरासी से आप विधायक व सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ.रवजोत सिंह ने हादसे पर गहरा दुख जताया। साथ ही घायलों के बेहतर इलाज व मृतक आश्रितों की मदद का भी भरोसा दिलाया। दूसरी तरफ, पूर्व कांग्रेसी विधायक पवन कुमार आदिया ने सवाल उठाया कि पुलिस जांच में टैंकर का ड्राइवर अज्ञात कैसे हो गया। फिलिंग के लिए टैंकर जा रहा था। जिन लोगों की मौत हो गई है, उन्हें सरकार क्या मुआवजा देगी, अभी तक स्पष्ट नहीं किया। लोगों के घर-दुकानें क्षतिग्रस्त होने के साथ कारोबार चौपट हो गए हैं। यहां बड़ी लापरवाही हुई है, तमाम पहलू से गंभीर जांच होनी चाहिए।
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