जीरकपुर शहर की समाजसेवी महिलाओं के सहयोग से लड़की को मिला अपना आशियाना आश्रम करनाल में सहारा

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जीरकपुर ,चंडीगढ़, 21 अगस्त।

जीरकपुर पटियाला रोड़ स्वस्तिक विहार के मेंन गेट पर एक डोली नाम की लड़की बंद शोरूम में कई महीने से रह रही थी। यह मूल रूप से पिंजौर की रहने वाली है और इसके तीन बेटे थे, जिसमें से एक बेटे की मौत हो चुकी है और दो बेटे अनाथालय में है, देखने में इसकी हालत इतनी दर्शनीय थीं की लगता था कि यह कुछ महीने की मेहमान है, इसके अलावा 2 महीने से इसका चूल्हा भी टूटा हुआ है जिसकी वजह से यह चल फिर भी नहीं सकती। इसका पति इसको छोड़ कर जा चुका है, इसने रोते हुए बताया कि किसी तरीके से मेरी जान बचा लो मैं हमेशा के लिए आपकी ऋणी रहूंगी, किसी तरीके से इसके बारे में किसी ने समाजसेवी सोनू सेठी को बताया, तो सोनू सेठी ने इसकी सहायता के लिए इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर डाली, कई नशा मुक्ति केंद्र व अनाथालय में बात की लेकिन कोई भी इसको रखने के लिए तैयार नहीं था।
अनाथालय वालों ने कहा कि यह यहां पर हल्ला मचाएगी और किसी को भी सोने नहीं देगी। उसके बाद अपना आशियाना आश्रम करनाल में बात की गई उन्होंने कहा कि हम तीन-चार महीने में लड़की को ठीक कर देंगे उसके बाद यह कहीं भी जा सकती है, उसके बाद पुलिस, सामाजिक संस्थाएं टैक्सी यूनियन के प्रधान वह मीडिया की सहायता से इसको करनाल अपना आशियाना आश्रम में छोड़ा गया। इस मौके पर समाजसेवी पूजा अरोड़ा, शरदा लवानिया, सरिता मलिक, अन्नू कपूर, भारती, अंजलि खुराना, उषा ठाकुर, रोजी सेठी, सौरव शर्मा करण बेदी, राजू गुप्ता भी मौजूद थे।

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