चंडीगढ़, 20 अगस्त:
मज़दूरों के कल्याण की दिशा में एक और कदम उठाते हुए, मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने मंडी मज़दूरी दरों में 10 प्रतिशत की वृद्धि को मंज़ूरी दे दी है। यह फ़ैसला पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री हरचंद सिंह बरसट की अध्यक्षता में हुई निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया।
उल्लेखनीय है कि मंडी मजदूरी दर 37.5 किलोग्राम धान की बोरी के लिए 17.50 रुपये से बढ़ाकर 19.26 रुपये कर दी गई है, जो कि प्रति बोरी 1.76 रुपये की वृद्धि है।
सरदार हरचंद सिंह बरसट ने कहा कि मंडी श्रम दरों में 10% की बढ़ोतरी श्रमिक संघों की माँगों के अनुरूप है, जो मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की श्रमिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। संशोधित दरें मज़दूरों और उनके परिवारों को बहुप्रतीक्षित राहत प्रदान करेंगी, निष्पक्ष श्रम प्रथाओं को बढ़ावा देंगी और कृषि आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों के जीवन में सुधार लाएँगी।
बैठक के दौरान, पंजाब मंडी बोर्ड की आय बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर विस्तृत चर्चा हुई। पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि बोर्ड की आय बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं और इस पर बड़े उत्साह से काम किया जा रहा है। राज्य की अनाज मंडियों में खाली प्लॉटों की ई-नीलामी के ज़रिए नीलामी की जा रही है और विभिन्न मंडियों में एटीएम और यूनिपोल लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड किसानों, आढ़तियों, मजदूरों और आम जनता को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है। विभिन्न मंडियों में विकास कार्य चल रहे हैं और खरीफ खरीद सीजन के दौरान सभी की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं।
बैठक में अन्यों के अलावा पंजाब मंडी बोर्ड के सचिव श्री रामवीर, पंजाब किसान आयोग के चेयरमैन डॉ. सुखपाल सिंह, विशेष सचिव कृषि सुश्री बलदीप कौर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।