पंजाब 17 अगस्त। जालंधर से सटे फगवाड़ा में स्थित देश की सबसे बड़ी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में से एक लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। विश्वविद्यालय के चांसलर और आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने कहा है कि अब कैंपस में किसी भी प्रकार के अमेरिकी उत्पाद की बिक्री नहीं होगी। मित्तल ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की थी कि भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बजाय बातचीत के जरिए इस मसले का हल निकाला जाए। लेकिन अमेरिका ने उनकी अपील पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यदि 27 अगस्त के बाद भी अमेरिका टैरिफ लगाने पर अड़ा रहता है तो एलपीयू के पूरे कैंपस में अमेरिकी वस्तुओं का पूरी तरह बहिष्कार होगा।
भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद
दरअसल, हाल ही में अमेरिका ने भारत से आयातित कई उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का फैसला किया है। अमेरिकी सरकार का कहना है कि इससे उनके घरेलू उद्योगों को सुरक्षा मिलेगी। वहीं भारत का रुख है कि यह निर्णय वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के नियमों के खिलाफ है और इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों पर बुरा असर पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह विवाद बातचीत से नहीं सुलझा तो इसका असर आईटी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों पर भी पड़ सकता है। सांसद अशोक मित्तल ने कहा कि जब तक अमेरिका अपना निर्णय वापस नहीं लेता, भारतीयों को एकजुट होकर अमेरिकी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए।