अमृतसर , 14 अगस्त 2025 —
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी के नेतृत्व में जिले के किसानों से पराली न जलाने की अपील करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। हालांकि धान की कटाई में अभी समय बाकी है, लेकिन उनकी ओर से अभी से तैयारी की जा रही है ताकि किसी भी किसान को पराली जलाने की समस्या का सामना न करना पड़े। डिप्टी कमिश्नर ने कृषि विभाग को इसके लिए अधिक से अधिक कृषि मशीनरी का प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, किसानों को जागरूक करने के लिए जिले भर में कैंपों की श्रृंखला शुरू की गई है। इसी के तहत, तहसील अजनाला के गांव गग्गोमाहिल में जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। समारोह में एसडीएम एस. रविंदर सिंह, ब्लॉक कृषि अधिकारी डॉ. हरभिंदर सिंह और डीएसपी अजनाला मौजूद थे।
एसडीएम श्री रविंदर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए फसल अवशेषों को जलाने से बचने पर ज़ोर दिया । उन्होंने धान की पराली के यथास्थान प्रबंधन जैसे पर्यावरण-अनुकूल तरीकों को अपनाने की अपील की , जिससे न केवल मृदा स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण से निपटने में भी मदद मिलेगी।
कृषि विशेषज्ञों ने विस्तार से बताया कि जिन किसानों ने पिछले वर्षों में अपने खेतों में पराली की खेती की है, उनकी उपज में दो से तीन क्विंटल तक की वृद्धि हुई है, साथ ही इन किसानों को अपने खेतों में कम उर्वरक डालना पड़ा है। इस अवसर पर कई ऐसे किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किए जिन्होंने अपने खेतों में पराली की खेती करके गेहूँ की बुवाई की थी।
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एसडीएम श्री रविन्द्र सिंह और अन्य अधिकारी गग्गोमहल में पराली जलाने के खिलाफ अपील करने के लिए आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए।