चंडीगढ़, 12 अगस्त
पंजाब के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने आज बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत चार नई परियोजनाओं को मंज़ूरी दे दी है, जिनमें से एक पंजाब के एसएएस नगर में प्रस्तावित है। भारत सरकार ने आज ओडिशा, पंजाब और आंध्र प्रदेश में 4600 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयों को मंज़ूरी दे दी है।
उन्होंने आगे बताया कि कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (सीडीआईएल) का मोहाली स्थित संयंत्र इन चार नई परियोजनाओं में से एक है। 1964 से भारत की अग्रणी सिलिकॉन सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी सीडीआईएल सेमीकंडक्टर्स, अपने मोहाली संयंत्र में एक ब्राउनफील्ड परियोजना के साथ अपनी वृद्धि और विस्तार जारी रखे हुए है।
संजीव अरोड़ा ने आगे बताया कि कंपनी पावर सेमीकंडक्टर उपकरणों के क्षेत्र में विस्तार कर रही है और उच्च-शक्ति वाले MOSFETs, IGBTs, शॉटकी बाईपास डायोड्स, और सिलिकॉन तथा सिलिकॉन कार्बाइड दोनों तकनीकों में ट्रांजिस्टर के लिए विनिर्माण लाइनें जोड़ रही है। इस विस्तार से वार्षिक उत्पादन क्षमता 158.38 मिलियन यूनिट बढ़ जाएगी, जिससे संयंत्र की कुल क्षमता 750 मिलियन डिवाइस प्रति वर्ष हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि निर्मित उपकरण विविध अनुप्रयोगों में काम आएंगे, जिनमें ई.वी. और चार्जिंग अवसंरचना, नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियां, विद्युत रूपांतरण, औद्योगिक उपकरण और संचार अवसंरचना शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित विस्तार से एसएएस नगर में इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिलेगा, घरेलू चिप उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और लंबे समय में नए रोजगार सृजित होंगे। यह परियोजना नवाचार और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालती है।