चंडीगढ़, 7 अगस्त:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की इच्छा के अनुसार आगामी स्वतंत्रता दिवस के शांतिपूर्ण समारोह को सुनिश्चित करने के लिए, पंजाब पुलिस ने गुरुवार को असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और पिछले तीन वर्षों में हथियार अधिनियम के तहत तीन से अधिक मामलों में शामिल लोगों के परिसरों पर एक साथ छापे मारे।
आगामी स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर चल रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर यह छापेमारी की गई।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि पूरे राज्य में दिनभर का अभियान समन्वित तरीके से चलाया गया और सभी पुलिस कमिश्नरों/एसएसपी को इन व्यक्तियों के ठिकानों की जांच के लिए राजपत्रित रैंक के अधिकारियों की निगरानी में पर्याप्त संख्या में पुलिस टीमें तैनात करने के लिए कहा गया।
उन्होंने कहा कि 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों वाले 120 पुलिस दलों ने कम से कम 205 व्यक्तियों के परिसरों पर छापे मारे हैं, जिन पर पिछले तीन वर्षों में शस्त्र अधिनियम के तहत तीन से अधिक मामले दर्ज हैं।
विशेष डीजीपी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों के ठिकानों का पता लगाना तथा यह सुनिश्चित करना था कि वे मुख्यधारा की जीवनशैली में लौट आए हैं।
उन्होंने बताया कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए राज्य भर में 400 से अधिक मजबूत नाके लगाए गए हैं।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने नशे के खिलाफ अपना अभियान 159वें दिन भी जारी रखा और गुरुवार को 388 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 82 एफआईआर दर्ज करके 128 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 159 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 25,063 तक पहुँच गई है।
विशेष डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों के कब्जे से 1.4 किलोग्राम हेरोइन, 3.7 किलोग्राम अफीम और 12,655 नशीली गोलियां बरामद की गई हैं।
उन्होंने बताया कि 76 राजपत्रित अधिकारियों की देखरेख में 1100 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 120 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापे मारे और दिन भर चले अभियान के दौरान 418 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) – को लागू किया है, पंजाब पुलिस ने ‘नशामुक्ति’ के तहत आज 62 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।