सेमग्रस्त क्षेत्र को सेममुक्त करने के लिए विभाग परस्पर समन्वय स्थापित करें: श्याम सिंह राणा

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चंडीगढ़, 6 अगस्त —

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण एवं मत्स्य पालन मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सेमग्रस्त क्षेत्र को सेममुक्त करने के लिए विभाग परस्पर समन्वय स्थापित करें। उन्होंने चरखी दादरी जिला में एक खास पायलट प्रोजेक्ट शुरू करके यथाशीघ्र लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए।

श्री राणा आज यहां विभागीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव श्री पंकज अग्रवाल, निदेशक श्री राजनारायण कौशिक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बजट में वर्ष 2025 -26 हेतु करीब एक लाख एकड़ लवणीय भूमि को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कृषि विभाग तथा मत्स्य विभाग मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि राज्य में काफी भूमि सेमग्रस्त तथा लवणीय है जिसमें फसल पैदा नहीं होती है। उन्होंने अधिकारियों को सेमग्रस्त भूमि में तालाब बनाकर झींगा मछली के पालन की संभावनाओं पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल से जमीन का लवणीय पानी निकलने पर जहां भूजल स्तर नीचे जाने से क्षेत्र सेममुक्त हो जाएगा, वहीं झींगा के पालन से किसानों को अच्छी खासी आमदनी भी होगी। उन्होंने बरसात के मौसम को देखते हुए ड्रेन के माध्यम से पानी की निकासी करने के लिए आपदा एवं प्रबंधन विभाग तथा सिंचाई विभाग के साथ तालमेल करने के निर्देश दिए।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ प्रोत्साहित करने के लिए काम करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को बजट में की गई घोषणाओं पर प्राथमिकताओं के आधार पर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी।