अब जम्मू-कश्मीर में धार्मिक-मुद्दे पर विवाद होने की आशंका
चंडीगढ़, 4 अगस्त। जम्मू कश्मीर से एक अहम मामला सामने आया है। अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के मुताबिक सूबे के बारामूला में एक प्राचीन शिवलिंग खुदाई में मिला है और उसे सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए श्रीनगर के एसपीएस संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।
अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा यहां जारी एक बयान में कहा गया है कि उसे पत्थर से तराशे गए एक प्राचीन शिवलिंग की खोज की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यह शिवलिंग लगभग 10वीं शताब्दी का है और बारामूला के खानपोरा स्थित सैन्य शिविर के पास झेलम नदी से स्थानीय मजदूरों द्वारा रेत निकालने के दौरान प्राप्त हुआ है। बयान में कहा गया है कि खोज के बाद, शिवलिंग को भारतीय सेना की 22 मीडियम रेजिमेंट, बारामूला ने अपने कब्जे में ले लिया और 8 जुलाई, 2025 को इसे जम्मू-कश्मीर के अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग को सौंप दिया।
शिवलिंग को सावधानीपूर्वक ले जाया गया और संरक्षण एवं सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए श्रीनगर के एसपीएस संग्रहालय में रखा गया। इस अवसर पर, जम्मू-कश्मीर के अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशक, कुलदीप कृष्ण सिद्ध ने कहा, शिवलिंग की प्राप्ति न केवल एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक खोज है, बल्कि हमारी चिरस्थायी सांस्कृतिक विरासत का भी प्रमाण है। विभाग जनता के शैक्षिक और आध्यात्मिक संवर्धन हेतु ऐसी कलाकृतियों के संरक्षण और सम्मानजनक प्रदर्शन के लिए प्रतिबद्ध है।
बयान में कहा गया है कि यह खोज जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत में एक मूल्यवान वृद्धि का प्रतिनिधित्व करती है और इस क्षेत्र की समृद्ध पुरातात्विक विरासत की रक्षा और संरक्षण के महत्व को उजागर करती है।
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