अस्पतालों के प्रबंधक 500 करोड़ रुपये के भुगतान बकाया होने से खफा
चंडीगढ़, 31 जुलाई। हरियाणा के निजी अस्पताल सूबे की सैनी सरकार के लिए नया संकट पैदा कर सकते हैं। दरअसल आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध इन निजी अस्पतालों ने बकाया भुगतान ना होने पर 7 अगस्त से अपनी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है।
निजी डॉक्टरों के अनुसार, इस योजना के तहत लगभग 600 निजी अस्पतालों का लगभग 500 करोड़ रुपये सरकार के पास बकाया है। अगर बकाया राशि का भुगतान नहीं होगा तो वे 7 अगस्त से आयुष्मान भारत से संबंधित सेवाएं बंद कर देंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर आयुष्मान भारत के सीईओ को भी पत्र लिखा है। भारतीय चिकित्सा संघ, हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. महावीर पी. जैन ने कहा, हमने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है।
उन्होंने रोष जताया कि पीएम मोदी की यह योजना सरकारी उदासीनता से हरियाणा में संकट में है। बार-बार अधिकारियों को सूचित करने पर भी 4-5 महीने की देरी से भुगतान होता है। इसी साल 8 जनवरी को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बैठक में आश्वासन दिया था कि सभी भुगतान 15 दिनों में जाएंगे। फरवरी में राज्य के शीर्ष अधिकारियों से फिर बैठक हुई और आश्वासन मिला कि सभी समस्याओं का समाधान 10 मार्च तक हो जाएंगा। दुर्भाग्य से कोई भी आश्वासन पूरा नहीं हुआ। पोर्टल पर शिकायतें दर्ज करना मुश्किल है। नए पोर्टल पर पुनः पैनल में शामिल करने की आड़ में कई अस्पतालों के एनएबीएच प्रोत्साहन में कटौती हुई है।
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