लुधियाना 21 जुलाई। लुधियाना में पटवारी व बीडीपीओ ऑफिस के मुलाजिम ने पहले कॉलोनाइजर को जाली एनओसी जारी कर दी। फिर आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ मिलकर ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया। थाना जगराओं सिटी की पुलिस ने न्यू शिमलापुरी गोबिंद नगर के इंद्रजीत सिंह की शिकायत पर डाबा रोड के रछपाल सिंह और पटवारी जगतार सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता इंद्रजीत सिंह ने बताया कि आरोपी रछपाल सिंह आरटीआई एक्टिविस्ट है। जबकि दूसरा आरोपी जगतार सिंह जगराओं बीडीपीओ ऑफिस में पटवारी तैनात है। शिकायतकर्ता की फर्म एलीसियन इंफ्रा की और से एलीसियन वैली नामक प्रोजेक्ट गांव अगवाड़ गुजरां जगराओं में बनाया जा रहा है। उक्त टाउनशिप ग्लाडा से पास करवाई गई है। जिसमें 13 एनओसी अलग अलग विभागों से ली गई और ग्लाडा में जमा करवाई। लेकिन उसमें से एक एनओसी के बदले उन्हें जाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया गया।
बीडीपीओ ऑफिस से जारी हुई एनओसी
शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने बीडीपीओ जगराओं ऑफिस से एनओसी लेनी थी। जिसके चलते वे अपनी टाउनशिप की फाइल लेकर बीडीपीओ ऑफिस गए। जहां पर उनकी मुलाकात ऑफिस के मुलाजिम मनदीप से हुई। जिसने एनओसी दिलाने के लिए पटवारी जगतार सिंह से मुलाकात करवाई। पटवारी ने उन्हें बिना किसी परेशानी के एनओसी मिलने का वादा किया। 21 मार्च 2025 को मनदीप ने व्हाट्सएप पर बीडीपीओ की तरफ से ग्लाडा को जारी की एनओसी की कॉपी भेज दी। इंद्रजीत ने ऑफिस जाकर एनओसी ली और ग्लाडा ऑफिस जमा करवा दी।
बीडीपीओ के नाम तैयार कर डाली फर्जी एनओसी
जिसके बाद 29 मार्च को पटवारी जगतार सिंह उनके ऑफिस आया और उन्हें एनओसी दिखाने की बात कही। फिर शिकायतकर्ता को बीडीपीओ ने ऑफिस बुला लिया। जहां जाकर बीडीपीओ ने एनओसी देखकर कहा कि यह फर्जी है, जबकि उस पर किए हस्ताक्षर भी उसके नहीं है। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने ग्लाडा ऑफिस में सूचित किया।
पटवारी ने कहा आरटीआई एक्टिविस्ट को देनी पड़ेगी मोटी रकम
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने पटवारी जगतार सिंह से बात की तो उसने कहा कि आरटीआई एक्टिविस्ट रछपाल सिंह गाबड़िया द्वारा उसकी शिकायत बीडीपीओ को की गई है। उसे मोटी रकम देनी पड़ेगी। शिकायतकर्ता अनुसार सवाल यह है कि बिना आरटीआई डाले आखिर रछपाल के पास एनओसी की कॉपी कैसे गई। जिससे पता चला कि अधिकारी गैंग बनाकर उक्त ठगी का कारोबार चला रहे हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि रछपाल गाबड़ियां द्वारा उनके प्रोजेक्ट का नाम लेकर लोगों में बदनाम करना शुरु कर दिया और कहा कि अगर उसे दो करोड़ न मिले तो वे शिकायतें करेगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि रछपाल गाबड़ियां द्वारा पहले भी आरटीआई डालकर कई लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे प्लॉट लिए गए हैं।
पहले से ही रोपड़ जेल में बंद है एक आरोपी
कुछ दिन पहले ही आरटीआई एक्टिविस्ट रछपाल सिंह गाबड़िया को धोखाधड़ी व जालसाजी केस में मोहाली पुलिस की और से गिरफ्तार किया था। उस पर अपनी पहचान गलत बताकर और झूठे व जाली दस्तावेजों का प्रयोग करके बैंक से लाखों रुपए का लोन लेने के आरोप है। वह अभी रोपड़ जेल में बंद है। जबकि पटवारी जगतार सिंह की पुलिस तलाश कर रही है।