मंत्री धालीवाल ने मान कैबिनेट से छुट्टी, सौंद से उद्योग मंत्रालय वापस लिया, 7वीं बार मंत्रिमंडल में फेरबदल
चंडीगढ़, 3 जुलाई। आखिरकार वीरवार को पंजाब सरकार की कैबिनेट का 7वीं बार फेरबदल हो गया। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने लुधियाना वैस्ट हल्के से उप चुनाव जीते विधायक संजीव अरोड़ा को मंत्रीपद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई मंत्री समारोह में मौजूद रहे।
अरोड़ा को इंडस्ट्री, एनआरआई और इन्वेस्टमेंट महकमे :
अरोड़ा को इंडस्ट्री, एनआरआई और इन्वेस्टमेंट विभाग दिए गए हैं। यहां गौरतलब है कि कुलदीप धालीवाल के पास एनआरआई विभाग था। धालीवाल से मंत्री पद से इस्तीफा ले लिया गया। पहले से ही उनसे लगातार विभाग वापस लिए जा रहे थे। धालीवाल ने एक्स पर ट्वीट भी किया कि अपने पंजाब के लोगों के भले के लिए मेरी मेहनत जारी है। वहीं उद्योग विभाग तरुणप्रीत के पास था, जिसको वापस लेकर अरोड़ा को दिया गया है। तरुणप्रीत के पास अब केवल पंचायत एवं संस्कृति विभाग बचा है। यहां काबिलेजिक्र है कि अरोड़ा के कैबिनेट में शामिल होने के बाद और कुलदीप धालीवाल के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में 16 मंत्री हो गए हैं। अब भी मंत्रिमंडल में एक सीट खाली रह गई है।
अरोड़ा की जीत और उद्योग महकमा इसलिए अहम :
इस उप चुनाव में अरोड़ा ने दो बार मंत्री रह चुके कांग्रेसी उम्मीदवार भारत भूषण को शिकस्त दी। वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में लुधियाना वैस्ट सीट पर आप की वोटे के दोगुने अंतर से जीत हुई। सबसे अहम पहलू, पहली बार लुधियाना में नामी उद्यमियों ने खुलकर अरोड़ा के हक में चुनाव प्रचार किया। लिहाजा उनको उद्योग महकमा मिलना एक तरह से उद्योग-जगत के लिए बड़ा तोहफा होगा। दरअसल कांग्रेस राज में दो बार जिले से उद्योग मंत्री तो बने, लेकिन वह लुधियाना शहर से नहीं थे।
गवर्नर बिजी होने पर देरी से कैबिनेट विस्तार :
यहां बता दें कि पहले पिछले सप्ताह मंत्रिमंडल का विस्तार होना था। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की व्यस्तता के
कारण इसे टालना पड़ा था। दरअसल उप चुनाव के दौरान ही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम मान ने ऐलान किया था कि अरोड़ा को जीतने के अगले ही दिन मंत्री बना देंगे।
तीन साल में सात बार बदलाव :
सीएम मान के नेतृत्व में यह तीन साल के कार्यकाल के दौरान कैबिनेट में सातवां फेरबदल है। इससे पहले भी क्षेत्रीय समीकरणों और पार्टी प्रदर्शन के आधार पर बदलाव किए गए थे। इससे पहले पिछले साल सितंबर माह में मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हुआ था और चार मंत्रियों की छुट्टी कर दी थी। वहीं, इस बार अरोड़ा का मंत्री बनना पहले से ही तय था।
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