शंभू और खनौरी बॉर्डर के पास पुलिस बल तैनात, खोले जा सकते हैं बॉर्डर
चंडीगढ़ 19 मार्च। बुधवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक कर लौट रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंधेर समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में बता दें कि बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता शंभू मोर्चे पर जा रहे थे, इसी दौरान उन्हें पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पिछले साल नवंबर से भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराए जाने की संभावना है। जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के राजनेताओं और उद्योगपतियों के बीच बैठक के बाद सोमवार रात को प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया गया। वहीं उद्योगपतियों ने चिंता व्यक्त की कि विरोध प्रदर्शन से काफी नुकसान हो रहा है। सूचना है कि किसानों को पटियाला के कमांडो सेंटर (बहादुरगढ़) में शिफ्ट किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बातचीत बुधवार सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चली। इसमें किसान नेता समेत केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी शामिल हुए। यह सातवीं मीटिंग भी बेनतीजा रही।
अलग अलग स्थानों से हिरासत में लिए
मिली जानकारी के अनुसार सरवन सिंह पंधेर को जीरकपुर बैरियर से हिरासत में लिया गया। इस बीच डल्लेवाल, काका सिंह कोटरा और अभिमन्यु कोहर को मोहाली के बेस्टेक मॉल के पास से हिरासत में लिया गया। सूत्रों से संकेत मिलता है कि शंभू और खनौरी सीमाओं पर जल्द ही आगे की कार्रवाई की उम्मीद है।
इंटरनेट सेवाएं की गई बंद
वहीं शंभू सीमा के आसपास के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और आसपास के गांवों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि उन्हें शंभू में ही रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इलाके में एंबुलेंस और दंगा नियंत्रण वाहन भी तैनात किए गए हैं।
भारी पुलिस बल तैनात
वहीं खनौरी बॉर्डर के आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शंभू में पुलिस चौकी के पास टोइंग हुक वाले ट्रैक्टर तैनात किए हैं। इस बीच किसान शंभू से 15 किलोमीटर दूर बनूर के पास अतिरिक्त बलों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है। बनूर के पास पुलिस द्वारा वाहनों को रोका जा रहा है और आने-जाने वालों से पूछा जा रहा है कि वे कहां जा रहे हैं। दूसरी ओर, खनौरी सीमा पर स्थिति शांत है। खनौरी में नियमित घोषणाएं की जा रही हैं।
किसानों और पुलिस के बीच झड़प
जब किसान नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा था, तो कुछ किसानों द्वारा इसका विरोध किया गया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। लेकिन इसके बाद पुलिस द्वारा नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। वहीं कई किसानों को भी हिरासत में लेने की बात सामने आई है।