लुधियाना के अकाउंटेंट ने कई जिलों में 20 फर्जी फर्में बना की 866 करोड़ की बोग्स बिलिंग, मजदूरों के आईडी प्रूफ पर बनाई थी फर्में
लुधियाना 2 जून। पंजाब में ठग इतने शातिर हो चुके हैं कि उनकी और से सीधे तौर पर अब सरकार को ही करोड़ों का चूना लगाना शुरु कर दिया गया है। लेकिन इन ठगों को पकड़ने के लिए जीएसटी विभाग की सीपू टीम द्वारा लगातार एक्शन लिया जा रहा है। ताजा मामला लुधियाना के अकाउंटेंट का सामने आया है। उक्त अकाउंटेंट समेत तीन लोगों द्वारा मिलकर पंजाब के कई जिलों में 20 फर्जी फर्में बनाई। जिनकी एवज में 866 करोड़ रुपए की बोग्स बिलिंग कर डाली। जिसमें 157.22 करोड़ रुपए का टैक्स चोरी कर लिया। सीपू टीम के डायरेक्टर जसकरण सिंह बराड़ की अगुवाई में जांच कर रही टीम द्वारा इस मामले का खुलासा किया है। जिसमें अकाउंटेंट सरबजीत सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिनकी तलाश में रेड की जा रही है।
मजदूरों के आईडी प्रूफ पर बनाई फर्जी फर्में
जानकारी के अनुसार अकाउटेंट सरबजीत सिंह लुधियाना का निवासी है। उसकी और से मजदूरों को पैसे देकर उनके आईडी प्रूफ ले लिए गए। जिसके बाद उनकी प्रूफ के आधार पर 20 फर्जी नाम से जाली फर्में बना ली गई। सीपू की जांच में पता चला कि आरोपियों द्वारा 2023 में यह फर्जीवाड़े का कारोबार शुरु किया गया था।
अकाउंटेंट फर्जीवाड़े का किंगपिन
जांच में पता चला है कि लुधियाना का अकाउंटेंट सरबजीत सिंह इस फर्जीवाड़े का किंगपिन है। अकाउंटेंट होने के चलते उसे इस फर्जीवाड़ा करने के अंदरुनी टिप्स पता थे। जिसके चलते इतने बड़े लेवल पर ठगी की गई है। हालांकि जब जीएसटी विभाग द्वारा रेड की गई तो फर्मों के बताए गए एड्रेस पर कुछ नहीं था। जबकि कई जगह तो एड्रेस ही गलत दे रखे थे।
चंडीगढ़ की फर्म ने की बोग्स बिलिंग, टोल प्लाजा से हुआ खुलासा
वहीं सीपू की और से एक चंडीगढ़ की फर्म मां दुर्गा रोडलाइनज द्वारा ईवे बिल के जरिए करोड़ों रुपए की बोग्स बिलिंग करने का भी खुलासा किया है। जांच में पता चला कि उक्त फर्म द्वारा 168 करोड़ की बोग्स बिलिंग की। जिसमें करीब 30 करोड़ का टैक्स चोरी किया है। फर्म के मालिक विजय ममगेन के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो अभी फरार है। उक्त फर्म द्वारा बिलों में दिल्ली से लुधियाना सामान भेजने का दिखाया गया था। लेकिन जब जांच हुई तो टोल प्लाजा से पता चला कि फर्मों द्वारा दिए वाहनों के नंबरों में से कोई भी वाहन टोल से नहीं गुजरा है। जिसके बाद इस ठगी का पता चला। फर्म द्वारा कापर, तंबाकू और स्क्रैप सप्लाई करने का दिखाया गया था।