जालंधर 19 मार्च। पंजाब सरकार के ‘युद्ध नशेयां दे विरुद्ध’ अभियान के तहत नशा तस्करों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई पर पार्टी के ही राज्यसभा सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कोई नशा बेचता है तो उसका घर गिरा दिया जाता है, मैं इस बात के पक्ष में नहीं हूं। जो मकान बना हुआ है, किसी के सिर पर छत है, तो मुझे लगता है कि घर गिरा देना कोई अच्छा विकल्प नहीं है। इसके लिए कोई अन्य समाधान खोजा जा सकता है। हां, अगर कोई सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बैठा है तो ऐसी कार्रवाई मान्य है। जालंधर के रहने वाले हरभजन सिंह ने आगे कहा कि प्रयास यह होना चाहिए कि अगर किसी ने घर बना ही लिया है तो उसे वहां रहने दिया जाए।
आप पार्टी ने नहीं दी प्रतिक्रिया
उधर, राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह के इस बयान पर फिलहाल आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सरकार के इस बुलडोजर अभियान के प्रमुख अमन अरोड़ा हैं, जिनकी देखरेख में नशा तस्करों के खिलाफ लगातार घर गिराने की कार्रवाई की जा रही है।
नशे की ओवरडोज से हर साल 150 से ज्यादा मौतें
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में औसतन हर साल 150 से ज्यादा लोगों की मौत सिर्फ नशे की ओवरडोज के कारण होती है। पंजाब में सबसे ज्यादा किया जाने वाला नशा इस वक्त हेरोइन और इंजेक्शन का है। देश में सारी हेरोइन सीमा पार पाकिस्तान से आती है। हालांकि इनके रूट अलग-अलग हैं। पहला रूट पाकिस्तान से जुड़ी पंजाब की सीमा है। दूसरा समुद्री रूट से नशा भेजा जाता है। यहां से वह पूरे देश में सप्लाई होता है।