शिअद नेता बिक्रम को लेकर पुलिस मजीठा पहुंची, उनकी विधायक पत्नी को दफ्तर के बाहर रोका
पंजाब, 1 जुलाई। शिरोमणि अकाली दल-बादल के सीनियर नेता व सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को लेकर पंजाब में सियासी-माहौल गर्म है। उनको नशे से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले के आरोप में गत दिनों गिरफ्तार किया गया था। कुल छह लोगों के उनके खिलाफ स्टेटमेंट दर्ज होने के बाद विजिलेंस की टीमें हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ में एक साथ रेड कर रही हैं। वहीं पुलिस टीम अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को लेकर मजीठा पहुंची।
जानकारी के मुताबिक मजीठिया की पत्नी व विधायक गनीव कौर भी दफ्तर के बाहर पहुंचीं। हालांकि उन्हें दफ्तर तक नहीं जाने दिया गया।
वहीं, इस मामले में अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी मजीठिया से पूछताछ की तैयारी में है, उसने विजिलेंस से संपर्क किया है। जबकि आम आदमी पार्टी ने पार्टी के पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर मजीठिया केस में एनसीबी की जांच पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि जब हमारी सरकार सख्ती से काम कर रही है तो इस केस को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों के जरिए रिकॉर्ड हासिल कर मजीठिया की मदद करना चाह रही है।
अरोड़ा ने विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को भी घेरते इलजाम लगाया कि पहले वे मजीठिया पर कार्रवाई की बात करते थे, जबकि अब उनके साथ खड़े दिख रहे हैं। अरोड़ा ने कहा कि मजीठिया पर दर्ज केस के आधे घंटे बाद ही बीजेपी का स्टैंड स्पष्ट हो गया था, जब बीजेपी के दो बड़े नेताओं के बयान उनके पक्ष में आए थे। बीजेपी और अकाली दल की पुरानी सांझ है। वहीं, दूसरी तरफ मजीठिया के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट डाली गई।
इसमें उनके वकील धर्मवीर सिंह सोबती के हवाले से लिखा गया कि मेरा खुला चैलेंज डीजीपी पंजाब, विजिलेंस चीफ, पंजाब एजी को है, एक भी छोटी से छोटी एनडीपीएस की धारा लगाकर दिखाओ।
यहां काबिलेजिक्र है कि विजिलेंस ब्यूरो ने 540 करोड़ रुपए ड्रग मनी से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले में 25 जून को सुबह साढ़े 4 बजे केस दर्ज किया था। इसके बाद राज्य के 26 स्थानों पर मजीठिया से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गई। फिर सुबह साढ़े 11 बजे के बाद मजीठिया को अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। तीसरे दिन इस मामले में पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की एंट्री हुई। उन्होंने चंडीगढ़ में अपने बयान दर्ज करवाए। उससे अगले दिन ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने विजिलेंस मुख्यालय पहुंचकर बयान दर्ज करवाए। फिर पूर्व विधायक बोनी अजनाला ने विजिलेंस ऑफिस पहुंचकर बयान दर्ज कराए। जबकि पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा वह भी मजीठिया के खिलाफ विजिलेंस को बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।
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