जीरकपुर बॉर्डर पर ओवरस्पीड कार की टक्कर से दो पुलिस मुलाजिमों समेत तीन लोगों की हो गई थी मौत
चंडीगढ़ 17 मार्च। जीरकपुर बॉर्डर पर 14 मार्च को तेज़ रफ्तार पोलो कार की टक्कर से चंडीगढ़ पुलिस के कॉन्स्टेबल और होमगार्ड वॉलंटियर की मौत हो गई थी। चंडीगढ़ पुलिस ने सारे स्टाफ से अपनी एक दिन की सैलरी इन दोनों शहीदों के परिवारों को देने का निर्देश दिया है।
साथ ही विभाग ने यह भी कहा कि अगर कोई पैसे नहीं कटवाना चाहता है तो उस पर कोई ज़बरदस्ती नहीं है। अपनी आपत्ति अपने संबंधित विभाग के अफसर को दर्ज करा सकते हैं। यहां काबिलेजिक्र है कि जीरकपुर बॉर्डर पर होली के लिए शुक्रवार सुबह लगाए नाके पर कार चालक ने पुलिस कर्मचारियों और एक व्यक्ति को कुचल दिया था। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि तीनों लोगों के सुरक्षा के लिए लगाए कंटीले तारों में फंसकर उनके शरीर के टुकड़े हो गए थे।
मृतकों में कॉन्स्टेबल सुखदर्शन, होमगार्ड वॉलंटियर राजेश और एक अन्य व्यक्ति शामिल था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ गाड़ी के अंदर बैठे तीन नाबालिगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। आरोपी की पहचान चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा के रहने वाले गोविंद के रूप में हुई थी।
मृतक कॉन्स्टेबल सुखदर्शन की पत्नी रेनू भी चंडीगढ़ पुलिस में ही हैं। वहीं, होमगार्ड राजेश पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे। वह सेक्टर-31 में ही रहते थे। मरने वाले तीसरे व्यक्ति की पहचान समर्थ दुआ के रूप में हुई थी। वह पंजाब यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहते थे।
————–