पूर्व प्रधानों को बदलने की मांग फंड्स का हिसाब किताब देने को कहा
लुधियाना यूटर्न 17 मार्च पिछले कई महीनो से हलवाइयों की एसोसिएशन में बगावत के आसार बने हुए हैं जिसका एक कारण फंड्स का हिसाब किताब भी बताया जाता है हलवाई एसोसिएशन मे पूर्व में दो भाइयों का वर्चस्व बताया जाता है जिसमें से एक लुधियाना हलवाई संगठन का प्रधान है जबकि दूसरा पंजाब हलवाई संगठन का तथाकथित प्रधान बना हुआ है जबकि दूसरे शहरों में उनके कम ही सदस्य बने हुए हैं लगभग 1 साल पहले से संगठन में उठापटक को लेकर बाजार में कई तरह की चर्चाएं व्याप्त है जिसे लेकर हवाई संगठन के कई सदस्यों का कहना है कि संगठन के बचाव के लिए ने प्रधान का चयन आवश्यक है अथवा इसका संगठन को नुकसान हो सकता है अपना नाम न छापने की शर्त पर एक सदस्य का कहना था कि संगठन में अब पहले जैसी बात नहीं रही के सदस्य ही पदाधिकारियों का कहना नहीं मानते जिसका कारण वह कई आरोपों को लेकर बयान करते हैं उनका कहना था कि पूर्व के प्रधान अपना पद छोड़ने को तैयार नहीं और संगठन के सदस्य इसी बात को लेकर इकट्ठा होने से कतरा रहे हैं बताया जाता है कि हलवाइयों की सैंपलिंग होने के समय अथवा सैंपलिंग कम से कम हो को लेकर स्वास्थ्य विभाग से सेटिंग का खेल पूर्व प्रधान ही करते आ रहे हैं परंतु अब बाजार में उनका वर्चस्व कम होते देखकर सदस्यों में गहरी चिंता पाई जा रही है ऐसे में नया प्रधान किसे बनाया जाये पर विभिन्न चर्चाएं पाई जा रही है सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में स्थिति विस्फोटक हो सकती है ऐसे में अगर स्वास्थ्य विभाग की ओर से फूड सैंपलिंग की जाती है तो उनका बचाव कौन करेगा जबकि दूसरी और कुछ सदस्यों का कहना है कि वह अपना काम स्वयं ही देख लेंगे उन्हें किसी की जरूरत नहीं है
कई महीनो से रुकी हुई है हलवाइयों की सैंपलिंग
पिछले कई महीनो से शहर में हलवाइयों की सैंपलिंग का काम रुका हुआ है शहर में कौन क्या बेच रहा है इसकी जांच नहीं की जा रही लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को बिना किसी भेदभाव के समान रूप से सभी की सैंपलिंग करनी चाहिए इसमें चाहे छोटे हलवाई हो या बड़े उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी यह बताएं कि हवाई संगठन के जो प्रमुख पदाधिकारी है उनकी सैंपलिंग कब की गई जबकि कुछ लोगों का कहना है कि वह प्रधान इसीलिए बने हुए हैं ताकि उनके खाने पीने के सामान की कोई सैंपलिंग ना करें इस सिलसिले में कुछ लोगों ने फूड कमिश्नर को भी पत्र लिखा है कि वह फूड सैंपलिंग के नाम पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ न होने दे इस सिलसिले में उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया परंतु वह बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं हुए