लुधियाना में मिट्टी नहीं बल्कि पशुओं का गोबर भी उगल रहा सोना
लुधियाना 25 जून। अगर आपका भी रिश्तेदार लुधियाना नगर निगम में तैनात है तो आपको भी कोई और कारोबार करने के लिए सोचने की जरुरत नहीं है। बल्कि अपने अफसर रिश्तेदार से सेटिंग करें और इससे आप कुछ दिनों में ही करोड़पति बन जाएंगे। दरअसल, लुधियाना में पहले कूड़ा लिफ्टिंग में करोड़ों का स्कैम करने के बाद पशुओं के गोबर लिफ्टिंग में बड़ा स्कैम किया जा रहा है। या यूं कह ले कि पशुओं का गोबर भी सोना उगलने लगा है। इस स्कैम को कोई और नहीं बल्कि नगर निगम के राजनेता अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अंजाम दे रहे हैं। दरअसल, ताजपुर रोड स्थित डेयरियों के गोबर लिफ्टिंग के लिए शहर के एक राजनेता द्वारा अपने रिश्तेदार को ठेका दे रखा है। उक्त लाखों रुपए के ठेके की आड़ में एक तरफ लोगों से हर महीने लाखों रुपए की वसूली की जा रही है। जबकि दूसरी तरफ वहीं गोबर को दूसरी जगह से उठाने के लिए दूसरे ठेकेदार द्वारा सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा है। चर्चा है कि उक्त राजनेता नगर निगम में सर्वोच्च होने के चलते कोई उसके खिलाफ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
प्रति पशु 130 रुपए लेता है ठेकेदार
चर्चा है कि ताजपुर रोड पर ए, बी और सी तीन ब्लॉक में डेयरियां हैं। जहां पर करीब 12000 पशु हैं। उक्त डेयरी मालिकों द्वारा गोबर को सीवरेज में गिराया जाता था। लेकिन राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सिचेवाल द्वारा इस पर रोक लगाई गई। जिसके बाद नगर निगम के राजनेता द्वारा शातिर तरीके से कमाई करने के लिए अपने रिश्तेदार को आगे किया और गोबर लिफ्टिंग का ठेका दिलाया गया। जिसमें प्रति पशु का 130 रुपए प्रतिदिन रखा गया। यानि कि महीने के 15 लाख 60 हजार रुपए वसूल किए जा रहे हैं।
ठेकेदार द्वारा डंप पर गिराया जा रहा गोबर
चर्चा है कि ठेकेदार द्वारा गोबर लिफ्टिंग के लिए 5-6 ट्रालिया और 25-30 वर्कर रखे हुए हैं। ठेकेदार द्वारा हर महीने 15.60 लाख रुपए तो डेयरी मालिकों से इकट्ठे किए जा रहे हैं। लेकिन उसकी और से डेयरियों से गोबर उठा वहीं पास में कूड़ा डंप पर गिरा दिया जाता है। जबकि अगर पेमेंट पूरी ली जा रही है तो उसे सही जगह गिराना जरुरी है। लेकिन इसमें बड़ा खेल किया जा रहा है। क्योंकि डंप से फिर दूसरा ठेकेदार गोबर लिफ्टिंग करता है। फिर वे दोबारा से सरकार से पैसे चार्ज करता है। ऐसे में लोगों और सरकार दोनों को जमकर चूना लगाया जा रहा है।
क्या सरकार व उच्च अधिकारी उजागर करेगें स्कैम
वहीं जहां पहले कूड़ा लिफ्टिंग में करोड़ों रुपए का स्कैम करने का मामला सामने आया था। वहीं अब गोबर में भी करोड़ों रुपए का स्कैम किया जा रहा है। चर्चा है कि निगम के उच्च सत्र से लेकर नीचे सत्र तक सभी अधिकारियों को इसकी जानकारी है। लेकिन वह राजनेता के आगे कुछ बोल नहीं पा रहे या यूं कह ले कि सभी मिल जुलकर स्कैम कर रहे हैं। अब देखना होगा कि क्या अभी भी सरकार व उच्च अधिकारी इस स्कैम को रोक सकेगें या नहीं।