नगर काउंसिल अधिकारी अपने ही आदेशों को लागु करवाने में नाकाम, 6 महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हटी झुग्गियां
जीरकपुर 09 March : शहर में खाली जमीन पर झुग्गियां बनाकर किराए पर देने का व्यवसाय एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन रहा है जिसके कारण जीरकपुर शहर एक अर्बन स्लम का रूप धारण कर रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा इसकी और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान किया जा रहा है। शहर में बन रही झुग्गियों में जो लोग रहते हैं उनके बारे में किसी को भी कुछ नहीं पता कि यह लोग कौन है और कहां से आते हैं और ना ही प्रशासन द्वारा उनकी जानकारी हासिल करने की कोई कोशिश की जाती है क्योंकि शहर में 4000 से लेकर 5000 के करीब झुग्गियों विभिन्न क्षेत्रों में बनी हुई है और इनमें रहने वाले लोगों की किसी तरह की कोई जांच अथवा पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं करवाई जाती। जिसके कारण यहां पर क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोग भी हो सकते हैं। शहर में दिन प्रतिदिन जुर्म दर भी बढ़ती जा रही है। जगह-जगह पर चोरी लूटपाट स्नैचिंग अथवा लड़ाई झगड़े की घटनाएं हो रही है।
अगर बात ढकोली क्षेत्र में बनी झुग्गियों की करें तो ढकोली क्षेत्र में गंदे नाले के पास एक व्यक्ति ने अपनी जमीन पर करीब 100 झुग्गियां बनाकर किराए पर दी हुई है। कुछ समय पहले इन झुग्गियों में रहने वाले किसी व्यक्ति ने एक व्यक्ति का कत्ल करके सब को गंदे नाले में फेंक दिया था और जांच करने के बाद कातिल को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। उसे समय आनन फानन में नगर कौंसिल अधिकारियों ने कुछ जमीन मालिकों को नोटिस जारी करके निर्देश दिए थे कि उनकी जमीन में से झुग्गियों को तुरंत हटा दिया जाए। वह नोटिस मात्र एक कागज का टुकड़ा बनकर रह गए हैं और मालिक द्वारा अपनी जमीन से झुग्गियों को 6 महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हटाया गया। बल्कि इस दौरान मालिक द्वारा झुग्गियों को स्थाई रूप में बदलाव कर लिया गया है क्योंकि अब वहां पर पक्की दीवारों बनाकर उनके ऊपर टीम के शेड डाले जा रहे हैं और झुग्गियों को अपग्रेड किया जा रहा है।
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बिजली के एक मेन मीटर में से झुग्गियों में लगा दिए 100 सब मीटर ::::
वहां पर जमीन मालिक द्वारा बिजली का मीटर लगवाया हुआ है जिसमें से 100 के करीब झुग्गियों को उनमें सब मीटर लगाकर बिजली की सप्लाई दी जा रही है और नियमों के विपरीत जमीन मालिक द्वारा झुग्गियों में रहने वालों से ₹10 प्रति यूनिट वसूल किया जा रहा है। ढकोली क्षेत्र में बनी इन झुग्गियों में से ज्यादातर झुग्गियों में डिश टीवी चलते देखा जा सकता है। यहां पर एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या यह सारी बातें अधिकारियों को नहीं पता? क्या यहां पर बिजली विभाग का कोई कर्मचारी जब बिजली का बिल देने आता है तो उसे नहीं पता के यह बिल नियमों के अनुसार लगा हुआ है या नियमों के विपरीत लगा हुआ है? क्या बिजली विभाग के किसी कर्मचारी अथवा अधिकारी को इन झुग्गियों के पास चल रहा बिजली का कुंडी कनेक्शन नजर नहीं आता?
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अगर झुग्गियों में आग लगने जैसी घटना हो जाए तो हो सकता है भारी जानी नुकसान ::::
ढकोली क्षेत्र में बनी इन झुग्गियों में बिजली की सप्लाई चल रही है और झुग्गियों में रहने वाले लोगों द्वारा टीवी तथा हीटर आदि बिजली के सभी उपकरण प्रयोग किए जाते हैं जिसके चलते कभी भी कोई बिजली उपकरण शॉर्ट सर्किट होने से यहां पर अगर कोई आग लगने जैसी घटना हो जाए तो यहां पर भारी जानी नुकसान हो सकता है क्योंकि झुग्गियां बनाने के लिए ज्यादातर प्लास्टिक का ही प्रयोग किया गया है। अगर समय रहते प्रशासन द्वारा इन्हें नहीं हटाया जाता तो क्या ऐसी घटना होने पर प्रशासन की जिम्मेवारी नहीं होगी?
कोट्स :::::
1 मीटर से 100 सबमीटर को कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। हमारी टीम ने मौके पर जाकर चेक किया था और मीटर मालिक को ओवरलोड का जुर्माना डाल दिया गया है। जूर्माना कितना डाला है इस संबंधी जानकारी तो एसडीओ कमर्शियल ही दे सकते हैं।
प्रवीर कुमार एसडीओ, बिजली विभाग जीरकपुर।
कोट्स ::::
कभी भी 1 मीटर में से 100 सब मीटर को कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। अगर कहीं भी ऐसा है तो सभी सब मीटर के कनेक्शन काट देने चाहिए। अगर कोई ओवरलोड का जुर्माना डाला हुआ है तो उस संबंधी जानकारी एसडीओ कमर्शियल ही दे सकते हैं।
सुरेंद्र सिंह बैंस एक्सईएन
बिजली विभाग जीरकपुर।
कोट्स ::::
ढकोली क्षेत्र में अवैध रूप से बनी हुई झुग्गियों को हटाने का कम जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस संबंधी सोमवार को पहले डिप्टी कमिशनर मोहाली को पत्र लिखा जाएगा, जिसके बाद वहां से जवाब आने के बाद इन झुग्गियों को स्थाई तौर पर हटा दिया जाएगा।
अशोक कुमार इंस्पेक्टर, नगर काउंसिल जीरकपुर।