लुधियाना 8 मार्च। फोकल प्वाइंट के फेस-8 में कोहली डाइंग फैक्ट्री की दो मंजिलां इमारत अचानक गिर गई। बताया जा रहा है कि यह फैक्ट्री करीब 25 साल पुरानी है और काफी खस्ताहालत में थी। जिसके चलते फैक्ट्री में पिल्लर रिपेयर का काम करते हुए हादसा हो गया। चर्चा है कि इस दौरान फैक्ट्री में करीब 13 लोग मलबे के नीचे दब गए। जिसमें से सात को निकाल लिया गया, जबकि छह अन्य मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू देर रात तक जारी रहा। हादसे के बाद मौके पर मंत्री हरदीप सिंह मुड़िया, डीसी जितेंद्र जोरवाल, थाना फोकल प्वाइंट एसएचओ अमनदीप सिंह बराड़, एनडीआरएफ की दो टीमें, सिविल सर्जन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची। जिनकी और से मलबे को हटाकर नीचे दबे लोगों को निकालना शुरु किया गया। चार जख्मियों को फोर्टीज और एक को सिविल अस्पताल दाखिल कराया गया है।
पिल्लर को दी जा रही थी स्पॉट
हादसे के समय फैक्ट्री में मौजूद एक वर्कर ने बताया कि फैक्ट्री में 25-30 लोग काम कर रहे थे। यह डाइंग फैक्ट्री है। शनिवार शाम को पिल्लर गलने के कारण उसको स्पॉट देने का काम किया जा रहा था। जिसके लिए क्रेन भी बाहर से मंगवाई गई थी। स्पॉट देते हुए अचानक पिल्लर नीचे गिर गया। जिसके बाद दो मंजिलां इमारत धमाके के साथ नीचे गिरी।
जोरदार धमाका हुआ, एक की टांग कटी
वहीं फैक्ट्री वर्कर ने कहा कि जोरदार धमाके के साथ बिल्डिंग नीचे गिरी। इस दौरान एक मजदूर की टांग कट गई। हालांकि इलाके के लोगों ने बताया कि धमाका इतना जबरदस्त था कि कई किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी। जबकि पहले लोगों को लगा कि शायद बॉयलर फटा है। लेकिन बाद में लैंटर गिरने की बात सामने आई।
चार लोगों को फोर्टीज अस्पताल कराया दाखिल
एसएचओ अमनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि चार लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें फोर्टीज अस्पताल दाखिल कराया गया। मलबे में दबे लोगों को फोन किया गया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं दे रहा। बचाव कार्य जारी है।
मुरम्मत के समय हुआ हादसा
डीसी जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि फैक्ट्री में मुरम्मत कार्य चल रहा था, इसी दौरान हादसा हुआ है। सात लोग मलबे नीचे दबे थे। जिसमें से एक को निकाल लिया गया। टीमें रेस्क्यू में लगी हुई है।