जनहितैषी, 7 जून, लखनउ। आज पूरे उत्तर प्रदेश में ईद-उल-अजहा का पर्व पारंपरिक श्रद्धा, सामाजिक सौहार्द और प्रशासनिक सतर्कता के साथ मनाया गया। राज्य भर में मुस्लिम समुदाय ने मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की, जबकि प्रशासन ने कानून-व्यवस्था और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए।
संयम और गरिमा बनाए रखें
मरकजी सुन्नी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने 12 बिंदुओं की सलाह जारी करते हुए समुदाय से अपील की कि कुर्बानी की प्रक्रिया को सार्वजनिक प्रदर्शन का माध्यम न बनाएं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कुर्बानी के वीडियो साझा करने से परहेज करने की सलाह दी, ताकि धार्मिक भावनाओं की गरिमा बनी रहे।
साफ— सफाई की व्यवस्था
नगर निकायों ने इस अवसर पर विशेष सफाई अभियान चलाया। पेयजल टैंकरों की व्यवस्था की गई और धार्मिक स्थलों पर पानी की टंकियां और पंप सेट लगाए गए। कुर्बानी के अपशिष्ट के निपटान के लिए गड्ढे खुदवाए गए।
इस्लाम का महत्वपूर्ण पर्व है बकरीद
बकरीद जिसे ईद-उल-अजहा भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो पैगंबर इब्राहीम की अल्लाह के प्रति निष्ठा और बलिदान की याद में मनाया जाता है। इस दिन, मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करते हैं और अल्लाह की राह में कुर्बानी देते हैं, जिसे जरूरतमंदों में बांटा जाता है।