जगरांव समेत कई जगह गुस्साए किसानों के रोष प्रदर्शन, मुख्यमंत्री से मीटिंग बेनतीजा रहने के बाद बना तनाव
चंडीगढ़, पंजाब 4 मार्च। खनौरी-शंभू बॉर्डर पर आंदोलित किसान बुधवार 5 मार्च को चंडीगढ़-कूच पर अड़े हैं। हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को चंडीगढ़ में मीटिंग के दौरान किसान नेताओं से राजधानी में पक्का धरना-मोर्चा नहीं लगाने की अपील की थी। किसान मीटिंग बेनतीजा रहने पर सीएम मान कथित-तौर पर खफा हो वहां से उठकर चले गए थे। इसके बाद तनावपूर्ण माहौल के बीच मंगलवार को पंजाब के तमाम इलाकों में किसान नेताओं के घरों पर पुलिस पहुंची। कई नेता घरों में नजरबंद तो कई अरेस्ट किए गए, कुछ अंडरग्राउंड हो गए। दूसरी तरफ, गुस्साए किसानों ने पंजाब में कई जगह रोष प्रदर्शन किए और सीएम मान के पुतले भी फूंके। जबकि कल किसानों के चंडीगढ़ कूच के मद्देनजर पंजाब से लेकर राजधानी चंडीगढ़ तक पुलिस मुस्तैद है।
ऐसे हुए मान और किसान आमने-सामने :
सोमवार को पंजाब सरकार, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से मीटिंग के लिए तैयार हुई। चंडीगढ़ में सीएम मान और किसानों के बीच बहस हुई। खपा मान बैठक छोड़कर चल गए। मंगलवार सुबह किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल समेत कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया। किसान मजदूर मोर्चा नेता दिलबाग सिंह गिल को घर में नजरबंद किया गया है। पुलिस संगरूर में भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले। किसानों पर कार्रवाई को लेकर एसकेएम ने लुधियाना में इमरजेंसी मीटिंग कर दावा किया कि 5 मार्च को चंडीगढ़ में हर हाल में प्रदर्शन होगा।
सीएम ने कारोबारियों के नुकसान की दुहाई दी :
विवाद बढ़ने पर सीएम मान ने दलील दी कि भले ही प्रदर्शन करना किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि इससे राज्य को भारी नुकसान हो रहा है। व्यापारी और उद्योगपति बार-बार सड़कें और रेलमार्ग जाम करने से उनके व्यवसाय तबाह हो रहे हैं। मान ने कहा कि किसानों से पूछा था कि प्रदर्शन का क्या होगा ? किसानों का कहना था कि जारी रहेगा। फिर मैंने कहा कि मुझे ढाई घंटे तक क्यों बैठाया ? ये मांगें मुझसे नहीं केंद्र से संबंधित हैं। मैं उन्हें कहकर आया था कि मैं मित्र की तरह हूं। मीटिंग और मोर्चा साथ नहीं चलेंगे। पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां ने कहा कि किसान जब चाहे मीटिंग कर सकते हैं। मीटिंग में कोई बहसबाजी नहीं हुई, सीएम को डॉक्टर से मिलना था, इसलिए चले गए थे।
सीएम चेतावनी देकर गए !
भाकियू राजेवाल ग्रुप के नेता मुकेश चंद शर्मा ने कहा कि कहा सीएम मान मीटिंग छोड़कर किसानों को चैलेंज करके गए। बाद में मेरे समेत तमाम किसान नेताओं के घरों में छापेमारी की गई। भाकियू-क्रांतिकारी की महासचिव सुखविंदर कौर ने बताया कि हमारे सारे राज्यस्तरीय नेताओं के घरों पर पुलिस ने छापेमारी की इसी तरह फरीदकोट में पाल सिंह गोलियाआला व गुरजीत सिंह मोगा को गिरफ्तार किया है। भारतीय किसान यूनियन दोआबा के सूबा प्रधान मनजीत सिंह राय समेत 7 नेताओं को पुलिस ने घरों में नजरबंद किया।
101 किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे :
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन गलवार को 99वें दिन में प्रवेश कर गया। उनके अनशन के 100 दिन पूरे होने पर 5 मार्च को खनौरी बॉर्डर पर 101 किसान एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
चंडीगढ़ में पुलिस अलर्ट, बॉर्डर सील :
पांच मार्च बुधवार को किसान चंडीगढ़ कूच के लिए अड़े हुए हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि वह ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ चंडीगढ़ आएंगे। जबकि यूटी पुलिस मुस्तैद है, उसने राजधानी के बॉर्डर पर नाकाबंदी कर दी है। साथ ही दावा किया है कि किसानों को चंडीगढ़ में नहीं घुसने देंगे।
पंजाब में सियासत भी गर्माई :
पंजाब में किसान नेताओं की धरपकड़ के बाद विपक्ष ने सूबे की आप सरकार को घेरा। केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते कहा कि मान सरकार ने पंजाब में आपातकाल जैसे हालात बना दिए हैं। पंजाब के किसानों से जुड़े मुद्दों पर अपनी पोल खुलने के बाद अब वह उन पर पुलिसिया कार्रवाई कर रही है। शिअद नेता बिक्रम मजीठिया ने भी किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर मान सरकार पर जमकर हमला बोला————