जनहितैषी, 30 मई, लखनउ। कलबुर्गी की उपायुक्त/डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट फौजिया तरन्नुम के खिलाफ कथित ‘पाकिस्तानी’ टिप्पणी करने वाले भाजपा एमएलसी एन.रविकुमार का बयान बेहद निन्दनीय व अक्षम्य अपराध है। भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.लौटनराम निषाद ने भाजपा नेता एन.रविकुमार के द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी फौजिया तरन्नुम को पाकिस्तानी कहे जाने पर अफसोस जताते हुए कहा कि आये दिन भाजपा के तथाकथित वरिष्ठ नेता बेटियों पर अपमानजनक व ओछी टिप्पणी कर घटियापन का परिचय दे रहे हैं। पूर्व में मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने भारतीय समाज की आन बान शान सेना की बहादुर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन कहकर नफरती चरित्र का प्रदर्शन किया। वही देश की सर्वोच्च प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी सीएसई को तीन बार क्रैक करने वाली व यूपीएससी-
2014 में एआईआर-31वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस ऑफिसर बनने वाली फौजिया तरन्नुम को कर्नाटक के भाजपा एमएलसी एन.रविकुमार द्वारा पाकिस्तानी बोलना बेहद अफसोसजनक,निन्दनीय व शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं पर राजद्रोह का मुकदमा पंजीकृत करने के ही जनप्रतिनिधि के पद से मुक्त कर देना चाहिए। कर्नाटक के कलबुर्गी की उपायुक्त फौजिया तरन्नुम के खिलाफ कथित ‘पाकिस्तानी’ टिप्पणी करने के संबंध में भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) एन.रविकुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। रविकुमार ने आईएएस अधिकारी पर कांग्रेस पार्टी के आदेश पर काम करने का आरोप लगाया था और कथित तौर पर कहा था, ‘ऐसा लगता है कि वह पाकिस्तान से आई हैं।’ घटना की निंदा करते हुए लौटनराम निषाद ने एन.रवि कुमार से उनकी ‘गैर-जिम्मेदाराना और अस्वीकार्य टिप्पणियों’ के लिए बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है।उन्होंने एक बयान में कहा है कि, ‘फौजिया तरन्नुम एक बेदाग एवं ईमानदार आईएएस अधिकारी हैं, जिनका ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ सराहनीय है और वह जनसेवा तथा राज्य के प्रति गहन समर्पण की भावना रखती हैं। रवि कुमार द्वारा उनके खिलाफ की गई टिप्पणी निराधार, अनुचित और पूरी तरह से तर्कहीन है। इस तरह के भड़काऊ और झूठे बयान न केवल प्रतिबद्ध लोकसेवकों की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं, बल्कि गंभीर मानसिक आघात भी देते हैं तथा यह कर्तव्य के दौरान उत्पीड़न के समान है।’
फौजिया तरन्नुम 2015 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं, जो फिलहाल कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में उपायुक्त और जिला मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात हैं। वो अपनी शानदार सार्वजनिक सेवा के लिए जानी जाती हैं। जनवरी 2025 में उन्हें राष्ट्रपति द्वारा बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिसेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। यह अवॉर्ड उन्हें 2024 के चुनावों के दौरान बेहतरीन इलेक्टोरल रोल मैनेजमेंट के लिए मिला था। फौजिया तरन्नुम ने पहले 2011 में भारतीय राजस्व सेवा में चयन पाया था, लेकिन उनका सपना IAS बनने का था। उन्होंने 2014 में तीसरे प्रयास में आईएएस में चयनित हो गईं। उनकी मेहनत और समर्पण को अलग-अलग पहलुओं के जरिए भी सराहा गया है । उन्होंने कलबुर्गी रोटी को ब्रांड के रूप में प्रमोट किया और इलाके में मोटे अनाज (मिलेट्स) को फिर से मुख्य आहार के रूप में शामिल करवाया। इसके लिए उन्हें एक्सीलेंस इन गवर्नेंस अवॉर्ड से भी नवाजा गया है।