दोराहा : रिश्वत मामले के आरोप में अरेस्ट हुए कृषि अधिकारी को किया सस्पेंड
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रिश्वत मामले में किया था गिरफ्तार, फर्टिलाइजर सैंपल रिकॉर्ड में हेराफेरी का मामला
चंडीगढ़, 27 मई। पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति अपना रहे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के इस मामले में तेवर तल्ख हैं। राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार ने लुधियाना के दोराहा में तैनात कृषि अधिकारी राम सिंह पाल को सस्पेंड कर दिया है। विजिलेंस ने इस अफसर को 5 मई को भ्रष्टाचार के आरोपी में अरेस्ट किया था।
जानकारी के मुताबिक कृषि विभाग के प्रबंधकीय सचिव डॉ. बसंत गर्ग ने सस्पेंशन आदेश जारी किए हैं। सस्पेंशन अवधि में आरोपी अधिकारी राम सिंह पाल का मुख्यालय एसएएस नगर खेती भवन तय रहेगा। बताते हैं कि यह मामला जुलाई, 2018 का है। उस समय राम सिंह पाल फतेहगढ़ साहिब में तैनात थे। विभाग की टीम ने मनोहर लाल अग्रवाल एंड सन्स सरहिंद फर्म पर छापा मारा था। टीम ने 14 सैंपल लेकर इनमें से 8 सैंपल लुधियाना की लैब में भेजे थे। उनमें से 3 सैंपल फेल हो गए थे। बाद में इन फेल सैंपल को गायब कर इसे चोरी बताया गया था।
विजिलेंस ने लंबी जांच के बाद 16 अगस्त, 2023 को मामला दर्ज किया। जांच के दौरान राम सिंह पाल को फतेहगढ़ साहिब कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया। इस केस में कई अन्य अधिकारी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। विजिलेंस की कार्रवाई के बाद कृषि विभाग ने भी अब सस्पेंसन की कार्रवाई की है।
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