नामी ब्रोकर-प्रोपर्टी डीलर समेत कई नटवरलाल बन गए ‘निर्मल बाबा’ जैसे कृपा करने वाले
लुधियाना, 23 मई। आम से लेकर खास लोगों को धर्म के नाम पर लूटने वाले कथित-बाबाओं की राह पर अब नामी ब्रोकर व प्रोपर्टी डीलर्स भी चल पड़े हैं। जो इन्वेस्टरों को निर्मल बाबा की तर्ज पर धार्मिक-सामाजिक संगठनों के मंच से कृपा होने का झांसा देकर ठग रहे हैं।
ताजा मामला पंजाब की आर्थिक-राजधानी लुधियाना से सामने आया था। चर्चाओं के मुताबिक यहां पोंजी स्कीम के नाम पर लुधियाना साउथ सिटी के एक नामी ब्रोकर ने भारतीय मूल के दुबई बेस अजीत सिंह चड्ढा नाम के कारोबारी के साथ मिलकर करीब 150 करोड़ का चूना लोगों को लगाया। इस स्कीम के तहत लोगों को लाखों रुपए कमाने के सुनहरे सपने दिखाए गए। खास पहलू, इस ठगी के लिए धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों को आधार बनाया गया।
कथित दान के जरिए कर ली ‘महा-कमाई !
बताते हैं कि शातिर ब्रोकर्स-प्रोपर्टी डीलरों ने इस गोरखधंधे में नया फंडा अपनाया। उन्होंने धार्मिक-सामाजिक संगठनों के मंच को अपनी कमाई के लिए इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। ऐसे शातिर कारोबारियों ने इस मुहिम में शामिल होकर धार्मिक-सामाजिक संगठनों के मंच से लाखों रुपए दान में भी बांटे। ताकि धर्म के नाम पर भावुकता में भरोसा करने वाले लोगों को अपने साथ जोड़ा जा सके। इसके पीछे इन कथित दानदाताओं का एक-सूत्रीय यही मकसद रहा का लोगों को अपनी स्कीम के साथ जोड़कर ठगा जा सके। हालात यह हैं कि कई नामचीन लोग नाम बदनाम होने व शर्म के चलते खुलकर सामने नहीं आ पा रहे हैं। हालांकि चर्चा है कि महानगर में ही तमाम नामी कारोबारी व अन्य लोग इस गोरखधंधे का शिकार होने के बावजूद इज्जत की खातिर व शर्म की वजह से चुप्पी साधकर बैठ चुके हैं।
कमाई के चक्कर में लालच ने मार डाला !
बताते हैं कि इस गोरखधंधे में शामिल ब्रोकर्स और प्रोपर्टी डीलर्स के शातिर दिमाग के आगे बड़े-बड़े कारोबारी भी शिकस्त खा गए। दरअसल उनको लालच दिया गया कि अगर वह इन्वेस्टमेंट के इस कारोबारी में आगे टारगेट के मुताबिक दस-बीस लोगों को जोड़ेंगे तो उनको एंट्री फीस नहीं देनी पड़ेगी, साथ ही अलग से इनाम देकर नवाजा जाएगा। नतीजतन तमाम लोग ऐसे नटवरलालों के शिकार बन गए। जिसकी ताजा मिसाल तो चड्ढा-कांड के तौर पर सामने आ चुकी है। संयोग से कृपा करने वाले निर्मल बाबा भी पंजाब की आर्थिक-राजधानी लुधियाना से ही ताल्लुक रखते हैं। चर्चाओं के मुताबिक निर्मल बाबा से ही प्रेरित होकर कई लोगों ने धार्मिक मंच को कारोबारियों से ठगी का माध्यम बना लिया है।
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