लुधियाना, 22 मई : चिलचिलाती धूप में इस स्ट्रोक कई मामले सामने आने लगे हैं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्मी की लहर के मद्देनजर सभी नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। जिसके तहत उच्च तापमान विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पुरानी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। गर्मी से संबंधित बीमारियों जैसे कि हीट एग्जॉस्टियन (गर्मी से थकावट), हीट क्रैम्प्स (गर्मी से मांसपेशियों में खिंचाव) और हीट स्ट्रोक (लू लगना) से बचने के लिए समय पर कदम उठाना बहुत जरूरी है। सिविल सर्जन डॉक्टर रमनदीप कौर ने बताया कि एडवाइजरी द्वारा लोगों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है
कैसे करें बचाव
* गर्मी के दिनों में थोड़ी-थोड़ी देर बाद पानी पीते रहें शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) न होने दें। मिर्गी, हृदय रोग, किडनी या लीवर की बीमारी वाले लोगों को पानी का सेवन बढ़ाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
* तरल पदार्थों का सेवन: नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी, ओ.आर.एस. घोल और फलों के जूस जैसे घरेलू पेय पदार्थों का सेवन बढ़ाएं।
* घर के अंदर रहें: दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक जरूरी काम के बिना घर से बाहर न निकलें, बाहरी काम सुबह या शाम को करें।
* हल्के कपड़े पहनें: हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
* सिर ढक कर रखें: जब बाहर जाएं तो छतरी, टोपी, कैप, तौलिया, पगड़ी या सिर ढकने के लिए कोई कपड़ा जरूर इस्तेमाल करें। आंखों की सुरक्षा के लिए सनग्लासेस भी पहनें।
* हाइड्रेटिंग भोजन खाएं: खीरा, तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, टमाटर जैसे पानी वाले फल और सब्जियां खाएं। थोड़ा-थोड़ा भोजन खाएं और बार-बार खाएं।
* ठंडा रखें: ठंडे पानी से नहाएं। घर को ठंडा रखने के लिए दिन में पर्दे बंद रखें और रात को खिड़कियां खोलें ताकि हवा का प्रवाह हो सके। छतों पर पराली डालने या सब्जियां उगाने से भी तापमान कम रहता है।
* दूसरों का ख्याल रखें: बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर नजर रखें। यदि आपके घर या कार्यालय में कोई सामान या भोजन पहुंचाने आता है, तो उन्हें पानी पिलाएं।
* खुली और हवादार जगह पर रहें: खासकर खाना बनाने वाली जगह पर हवा का प्रबंध होना चाहिए।
* किसानों के लिए सलाह: फसलों को जरूरत के अनुसार सिंचाई करें और पशुओं को छांव में रखें तथा पीने के लिए साफ और ठंडा पानी दें।
हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए क्या न करें:
* सीधी धूप से बचें: ज्यादा समय तक धूप में न रहें। नंगे पैर बाहर न निकलें।
* कठोर शारीरिक गतिविधि: गर्म मौसम में कठोर शारीरिक गतिविधियों जैसे कि दोपहर के समय खेलने या पीटी (PT) पीरियड से बचें। यदि कसरत कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें।
* अल्कोहल और कैफीन: अल्कोहल, चाय, कॉफी और ज्यादा मीठे कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (कोल्ड ड्रिंक्स) का सेवन न करें, क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी का कारण बन सकते हैं।
* बासी भोजन: बासी या तले हुए भोजन से बचें।
* बच्चों या पालतू जानवरों को छोड़ना: कभी भी बच्चों, बुजुर्गों या पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ी में अकेले न छोड़ें
क्या है हीट स्ट्रोक के लक्षण
कमजोरी, सुस्ती, सिर दर्द, चक्कर आना, पसीना बंद होना, जी मिचलाना, बेचैनी या तेज सांस लेना, मांसपेशियों में खिंचाव जैसे किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। यदि ऐसे कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या डॉक्टर से संपर्क करें।