लुधियाना/यूटर्न/19 मई। पंजाब सरकार की और से इंडस्ट्री को एक तोहफा देते हुए बड़ी राहत दी गई है। जिसमें पीएसआईईसी के तहत काटे गए सभी प्लॉटों के मालिक उनकी क्लबिंग व डी-क्लबिंग कर सकेगें। यानि कि प्लॉट होल्डर अपने प्लॉटों के आसपास मौजूद उनके दूसरे प्लॉट को साथ जोड़ सकेगें। क्योंकि पहले ऐसे करना इललीगल था। जिससे पीएसआईईसी के तहत आने वाले फोकल प्वाइंट्स की इंडस्ट्री को काफी समस्या आती थी। लेकिन अब इन आदेशों के बाद इंडस्ट्री को काफी राहत मिली है। इन आदेशों को लेकर लुधियाना के इंडस्ट्रिलिस्ट द्वारा जहां खुशी जाहिर की जा रही है, वहीं कुछ कारोबारियों द्वारा इस नोटीफिकेशन में थोड़ा और बदलाव करने की मांग की गई है।
सांसद के प्रयासों से इंडस्ट्री को मिली राहत
कारोबारी राहुल आहूजा ने कहा कि पीएसआईईसी के तहत काटे गए प्लॉटों को अब जोड़ा जा सकता है। वहीं जोड़े हुए प्लॉटों को अलग भी किया जा सकेगा। यह सरकार का अच्छा फैसला है। इंडस्ट्री लंबे समय से इसकी मांग कर रही थी। लेकिन अब सांसद संजीव अरोड़ा के प्रयासों से यह मांग पूरी हो सकी है।
यह एक सराहणीय कदम
उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि यह एक सारहणीय कदम है। इससे इंडस्ट्री को काफी फायदा मिलेगा। इस फैसले से इंडस्ट्री की ग्रोथ हो सकेगी। यह एक अच्छा फैसला है।
पॉलिसी में सुधार की जरुरत
वहीं कारोबारी प्रणव चड्ढा ने कहा कि पॉलिसी काफी हद तक सही है। लेकिन कई पुरानी फैक्ट्रियां है, जिन्हें आपस में जोड़ना व अलग करना मुश्किल है। वहीं इसमें अगर कोई दूसरा प्लॉट लेकर उसे पुराने प्लॉट के साथ जोड़ा जाता है तो पूरी जमीन की पेमेंट अदा करनी होगी। ऐसे में सरकार को इंडस्ट्री को साथ बैठाकर पॉलिसी में सुधार करना चाहिए।