गांव कुड़ावालां के समीप एक कैंटर तले कुचले जाने बाइक सवार एक व्यक्ति की मौत

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

डेराबस्सी 18 May  :  बरवाला रोड पर गांव कुड़ावालां के समीप एक कैंटर तले कुचले जाने बाइक सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की शिनााख्त 51 वर्षीय राम सरुप पुत्र जीतराम वासी गांव रामपुर सैनियां के तौर पर हुई है। पुलिस ने कैंटर जब्त कर उसके फरार हुए चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी है।
जानकारी मुताबिक हादसा गुरुवार शाम हुआ। अपनी शिकायत में हरदीप सिंह पुत्र रामस्वरूप वासी गांव रामपुर सैनी डेराबस्सी ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है और वे तीन भाई हैं। उसके पिता रामस्वरूप प्राइवेट फॉर्म में चंडीगढ़ काम करते हैं। 16 मई को शाम रोजाना की तरह उसके पिताजी चंडीगढ़ में अपनी ड्यूटी खत्म करके उसे मंगल फैक्ट्री कुड़ावालां में मिल गए। दोनों अपने घर को जाने के लिए खड़े थे। इस बीच एक मोटर साइकिल को लिफ्ट लेने के लिए हाथ देकर रोका और उसके पीछे पिताजी को बिठा दिया। वह घर जाने के लिए कोई और साधन का इंतजार करने लगा। इस बीच एक कैंटर ड्राइवर अपने कैंटर वहां तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाते हुए डेराबस्सी की ओर से आया। उसकी आंखों के सामने जा रहे पिता और ना मालूम मोटरसाइकिल सवार को बिना इशारा किए अपना कैंटर एकदम मोड़ दिया। मोटरसाइकिल उसकी चपेट में आ गया। वह भाग कर मौके पर पहुंचा तो उसने देखा कि कैंटर का अगला टायर उसके पिता की टांगों के ऊपरी हिस्सों से गुजर चुका था। मौके पर राहगीर इकट्ठा हुए कैंटर का नंबरनोट कर लिया गया। चालक कैंटर छोड़ मौके से फरार हो गया। वह अपने पिताजी को गंभीर हालत में डेरा बस्सी अस्पताल लाया जहां से 32 सेक्टर रेफर कर दिया गया। वहां रात को 11:00 बजे पिता की मौत हो गई। नामालूम मोटरसाइकिल सवार के कोई चोट नहीं लगी थी। घबराकर वह भी मौके से चला गया।

“यह अपमान है, सहायता नहीं”: अमन अरोड़ा ने राहत पैकेज को लेकर पीएम मोदी के “क्रूर मज़ाक” की आलोचना की * अरोड़ा ने कहा, पंजाब की दुर्दशा पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया महज उपेक्षापूर्ण है।

“प्रधानमंत्री केवल फोटो खिंचवाने आए थे” ऐसी विनाशकारी बाढ़ के सामने मात्र 1600 करोड़ रुपये का राहत पैकेज पंजाब का अपमान है पंजाब को 80,000 करोड़ रुपये मिलने चाहिए थे, लेकिन मांग का केवल 2% ही दिया गया पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने अल्प राहत के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की

प्रधानमंत्री की राहत पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ एक क्रूर मजाक है: चीमा राज्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ‘अल्प और अपमानजनक’ बाढ़ सहायता की कड़ी निंदा उन्होंने कहा कि हमारे किसानों, मजदूरों, गरीबों, व्यवसायों और बुनियादी ढांचे को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

“यह अपमान है, सहायता नहीं”: अमन अरोड़ा ने राहत पैकेज को लेकर पीएम मोदी के “क्रूर मज़ाक” की आलोचना की * अरोड़ा ने कहा, पंजाब की दुर्दशा पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया महज उपेक्षापूर्ण है।

“प्रधानमंत्री केवल फोटो खिंचवाने आए थे” ऐसी विनाशकारी बाढ़ के सामने मात्र 1600 करोड़ रुपये का राहत पैकेज पंजाब का अपमान है पंजाब को 80,000 करोड़ रुपये मिलने चाहिए थे, लेकिन मांग का केवल 2% ही दिया गया पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने अल्प राहत के लिए प्रधानमंत्री की आलोचना की

प्रधानमंत्री की राहत पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ एक क्रूर मजाक है: चीमा राज्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ‘अल्प और अपमानजनक’ बाढ़ सहायता की कड़ी निंदा उन्होंने कहा कि हमारे किसानों, मजदूरों, गरीबों, व्यवसायों और बुनियादी ढांचे को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध – राहत कार्य जोरों पर हरजोत सिंह बैंस ने तत्काल गिरदावरी, क्षतिग्रस्त घरों का आकलन और बुनियादी ढांचे की बहाली के निर्देश दिए डॉ. बलबीर सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए सक्रिय स्वास्थ्य उपायों का नेतृत्व कर रहे हैं तरुणप्रीत सिंह सोंद ने बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री का एक और ट्रक भेजा बरिंदर कुमार गोयल घग्गर बेल्ट में बचाव और राहत कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं