लुधियाना 18 मई। लुधियाना के बहुचर्चित न्यू हाई स्कूल के कई हजार करोड़ के घोटाले में शामिल सुनील मड़िया, उसका बेटा सनी मड़िया, रिश्तेदारों व करीबियों की अब मुश्किलें बढ़ सकती है। क्योंकि अब इस घोटाले की जांच विजिलेंस ब्यूरो लुधियाना की और से की जाएगी। चर्चा है कि लुधियाना पुलिस की और से यह मामला विजिलेंस को सौंप दिया गया है। जिसके चलते इन घोटालों में शामिल कई राजनेताओं पर भी गाज गिर सकती है। हालांकि विजिलेंस अफसरों द्वारा अभी इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। वहीं मामले में शामिल कई लोग अब खुद का बचाव करने के लिए इधर उधर भागने शुरु हो चुके हैं। हालांकि अभी तक पुलिस इस मामले के किंगपिन कहे जाते सुनील मड़िया को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हैरानी की बात तो यह है कि अगर किसी पर एक पर्चा भी दर्ज हो तो उसे पुलिस कही न कही से पकड़ ही लेती है। लेकिन सुनील पर तीन पर्चे दर्ज होने के बावजूद पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही।
न्यू हाई स्कूल समेत तीन पर्चे हो चुके दर्ज
जानकारी के अनुसार सुनील मड़िया, उसके बेटे और साथियों पर लगातार तीन पर्चे दर्ज हो चुके हैं। पहले मामला थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस द्वारा आठ जनवरी को दर्ज किया था। यह मामला लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (एलआईटी) के चेयरमैन की शिकायत पर दर्ज हुआ था। जिसमें आरोप है कि एलआईटी ने सराभा नगर में न्यू हाई स्कूल चलाने के लिए जमीन दी थी। लेकिन उस पर कब्जा करके अवैध तरीके से किराए पर देकर पर्सनल इस्तेमाल शुरु कर दिया। यहां तक कि रिकॉर्ड से भी छेड़छाड़ की गई। वहीं दूसरा मामला रिषी नगर कम्यूनिटी सेंटर के लिए दी जमीन हड़पने के आरोप में दर्ज हुआ। जबकि तीसरा मामला न्यू हाई स्कूल सिविल लाइंस की जमीन हड़पने के आरोप में दर्ज किया गया है।
कम्यूनिटी सेंटर का अभी तक कब्जा जारी
जानकारी के अनुसार लुधियाना इप्रूवमेंट ट्रस्ट की और से शिवालिक वेल्फेयर ट्रस्ट को किचलू नगर एफ ब्लॉक में करीब 2184 गज जमीन अलॉट की थी। जहां पर कम्यूनिटी सेंटर बनाया जाना था। लेकिन ट्रस्ट के प्रधान सुनील मड़िया व उसके साथियों ने वहां कोई सेंटर नहीं बनाया और जमीन की चार दीवारी कर दी और उसे पर्सनल इस्तेमाल के लिए रख लिया। हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले का खुलासा होने के बावजूद आज तक मड़िया के कब्जे बरकरार है। लेकिन न तो पुलिस उसे हटा सकी और न ही ट्रस्ट द्वारा मड़िया द्वारा की गई चारदीवारी को तोड़ सकी है।