लुधियाना वैस्ट विस उप चुनाव : अब लगातार बढ़ रहा सियासी-तनाव

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क्या बीजेपी के पास एडवोकेट सिद्धू के अलावा कोई विकल्प नहीं, प्रत्याशी तय ना होने से चर्चाएं

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शिअद के हालात भी बेहतर नहीं, पार्टी के काबिल उम्मीदवार एडवोकेट घुम्मन ‘चल अकेला’ वाली स्थिति में !

लुधियाना, 15 मई। भले ही भारत-पाकिस्तान के बीच अघोषित-जंग फिलहाल सीजफायर के चलते बंद हो चुकी है। इसके बावजूद लुधियाना वैस्ट विधानसभा हल्के के उप चुनाव को लेकर सियासी-तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। मसलन, भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति में नजर आ रही है।

यहां काबिलेजिक्र है कि यह उप चुनाव सूबे की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के लिए तो प्रतिष्ठा का सवाल बना ही है। दरअसल इस सीट से आप विधायक गुरप्रीत गोगी का अचानक निधन होने के बाद उप चुनाव हो रहे हैं। लिहाजा उस सीट पर कब्जा कायम रखने को आप ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इसीलिए उसने सबसे पहले अपने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को यहां से उम्मीदवार घोषित किया था। जो पॉजेटिव-पॉलिटिक्स करते हुए लगातार चुनाव प्रचार में डेवलपमेंट पर फोकस कर रहे हैं। रही बात, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की तो वह भी गुटबाजी की शिकार है। ऐसे में इस सीट से उसके उम्मीदवार भारत भूषण आशु भी अपनी टीम के बलबूत ही चुनाव प्रचार के लिए मैदान में डटे हैं।

बीजेपी भी हो गई थी चौकन्नी :

ऐसे में इस सीट पर पिछले चुनाव में हार के बावजूद अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने वाली बीजेपी भी प्रत्याशी घोषित करने को लेकर सतर्क हो गई थी। यूं तो भाजपा के करीब 50 दावेदार हैं, लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी लंबे वक्त बाद भी प्रत्याशी तय नहीं कर सकी। जानकारों व पार्टी वर्करों की मानें तो इस सीट से सबसे सशक्त प्रत्याशी सीनियर एडवोकेट बिक्रम सिद्धू हैं। इनको पिछले विस चुनाव में भले ही हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस हल्के में बीजेपी का वोट-प्रतिशत बढ़ा था। सियासी-जानकारों व पार्टी वर्करों की नजर में फिलहाल एडवोकेट सिद्धू के अलावा भाजपा के सामने कोई मजबूत प्रत्याशी इस सीट पर नहीं है।

शिअद उम्मीदवार तो मजबूत, मगर पार्टी हवा में !

गुटबाजी से जूझते शिरोमणि अकाली दल-बादल ने इस सीट से सीनियर एडवोकेट परउपकार सिंह घुम्मन को उम्मीदवार बनाया। जो पंजाब के एटॉर्नी जनरल, पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन, जिला बार एसोसिएशन के कई बार प्रेसिडेंट रहे हैं। शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने उनके नाम की घोषणा तो की, लेकिन चुनाव प्रचार मुहिम में वह खुद और पार्टी के सीनियर नेता नजर नहीं आ रहे। हालांकि तेजतर्रार वक्ता व साफ छवि वाले एडवोकेट घुम्मन इन हालात में भी अकेले ही इस चुनाव मोर्चे पर अपनी टीम के साथ डटे हैं।

केजरीवाल-मान झोंके रहे ताकत :

इस सीट से चुनाव प्रचार की दौड़ में सबसे पहले उतरी आम आदमी पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान फिर 16 मई को महानगर दौरे पर आने वाले हैं। जाहिर तौर पर उनका फोकस लुधियाना वैस्ट सीट पर भी रहेगा।

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