चंडीगढ़ 17 फरवरी। तीन साल पहले 5 जनवरी 2022 को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में चूक हुई थी। मामले में किसानों पर आरोप लगे थे। जिसके बाद मामले में किसानों पर धारा 307 लगा दी गई। किसानों ने अब पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां से मुलाकात कर इस मामले को उठाया है। किसानों का कहना है कि स्पीकर ने आश्वासन दिया है कि किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। उधर, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन 84वें दिन में प्रवेश कर गया है।
21 फरवरी को तीनों बॉर्डर पर श्रद्धांजलि समारोह
किसानों ने 22 फरवरी को केंद्र सरकार के साथ होने वाली छठे दौर की बैठक से पहले 21 फरवरी को किसान आंदोलन में शहीद हुए युवा किसान शुभकरण सिंह की बरसी मनाने का फैसला किया है।इस दौरान शुभकरण के गांव बल्लोह बठिंडा में सभा होगी। इसके अलावा शंभू-खनौरी और रतनपुर बॉर्डर पर भी उस दिन सभाएं होंगी। इसमें सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। वहीं, बठिंडा में होने वाले कार्यक्रम को लेकर किसानों ने बैठक कर रणनीति बनाई है। 19 फरवरी को हरियाणा के सिरसा से पदयात्रा यात्रा शुरू की जाएगी, जिसका समापन 21 फरवरी को बठिंडा में होगा।