पंजाब 16 फरवरी। फरीदकोट में घोड़ों का कारोबार बंद कर 15 दिन पहले अमेरिका गया युवक डिपोर्ट होकर घर पहुंच गया। रविवार को गुरप्रीत सिंह भंगू गांव बग्गेआना पहुंचा और आपबीती सुनाई। गुरप्रीत ने बताया कि एजेंट को 25 लाख रुपए दिए थे। इटली की तरफ से दीवार फांदकर अमेरिका में दाखिल हुआ था। वहां पहुंचते ही उसे अमेरिका की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गुरप्रीत भी अमेरिका से डिपोर्ट हुए अन्य भारतीयों के साथ पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा। इसके बाद इसे फरीदकोट के डीएसपी हेडक्वार्टर शमशेर सिंह शेरगिल की अगुवाई वाली पुलिस पार्टी ने घर पहुंचाया।
डेयरी फार्म शुरु किया, वायरस से मरे पशु
गुरप्रीत होनहार होने के साथ मेहनती है। अपने बिजनेस के लिए उसने गांव में ही डेयरी फार्म खोला, लेकिन लंपी वायरस के बाद कई पशु मर गए। इसके बाद उसने घोड़ों के पालन और उन्हें बेचने का कारोबार शुरू किया। इस कारोबार में भी घाटा हुआ। इसके बाद उसने जैसे-तैसे पैसे का इंतजाम किया और विदेश का रुख किया और इटली पहुंच गया।
इटली में पैसा लेकर अमेरिका पहुंचा दिया
पूर्व सरपंच मंगल कुमार ने बताया कि इटली में गुरप्रीत सिंह का संपर्क ऐसे लोगों से हुआ जिन्होंने उसे अमेरिका में सैटल करवा देने का झांसा दिया। बाद में से गैर कानूनी ढंग से इटली से दीवार पार करवा कर अमेरिका पहुंचा दिया और इसके लिए 25 लाख रुपए ले लिए। पूर्व पंचायत सदस्य ने राज्य व केंद्र सरकार से ऐसे धोखेबाज ट्रेवल एजेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बेटे के डिपोर्ट होने से परिवार सदमे में
बेटे के डिपोर्ट होने से उसका परिवार अभी सदमे में है। परिवार के सदस्य किसी से बात नहीं कर रहे हैं। गांव के लोग घर पर पहुंच रहे हैं और परिवार को दिलासा दे रहे हैं। वहीं डीएसपी शमशेर सिंह शेरगिल ने बताया कि राज्य सरकार की हिदायत के मुताबिक वह गुरप्रीत सिंह को अमृतसर एयरपोर्ट से उसके घर तक लाए हैं। परिवार ट्रैवल एजेंट के खिलाफ शिकायत दे। हम आरोपी के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।