यह इस क्षेत्र को गहरे मानवीय संकट में धकेल देगा : डॉ.मित्रा
लुधियाना 13 फरवरी। इंडियन डॉक्टर्स फॉर पीस एंड डेवलपमेंट ने गाजा पर कब्जा करने और 23 लाख निवासियों को मिस्र और जॉर्डन में बसाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना की कड़े शब्दों में निंदा की है। आईडीपीडी के अध्यक्ष डॉ. अरुण मित्रा और महासचिव डॉ. शकील उर रहमान ने सभी शांतिप्रिय ताकतों और देशों से इस खतरनाक बयानबाजी का पुरजोर विरोध करने की अपील की है।
डॉ.शकील उर रहमान ने रोष जताया कि ट्रंप के मुताबिक बेवतन हुए लोगों के वापस लौटने का कोई अधिकार नहीं होगा। उनके बयान को फिलिस्तीनियों ने खारिज कर दिया है और वे ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे, जिससे गंभीर रक्तपात होगा। यह फ़िलिस्तीनियों को ख़त्म करने की योजना है। यह उपनिवेशवाद के अंधकार युग की याद दिलाता है। ट्रंप पहले ही ग्रीनलैंड और पनामा नहर पर नियंत्रण हासिल करने की बात कर चुके हैं और मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी कर चुके हैं।
डॉ.मित्रा ने कहा कि अतीत में उपनिवेशवाद के विरुद्ध लड़ते हुए लाखों लोगों ने अपने जीवन का बलिदान दिया। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि भारत सरकार को इस पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी को अपनी आगामी अमेरिका की यात्रा के दौरान स्पष्ट शब्दों में अमेरिकी राष्ट्रपति को इसका उल्लेख करना चाहिए।
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