लुधियाना 11 फरवरी : दिल्ली सीमा शुल्क (प्रीवेंटिव) कमिश्नरेट ने उच्च गुणवत्ता वाले कागज की 203 शीट जब्त की थीं, जिनमें ‘आरबीआई’ और ‘भारत’ लिखे सुरक्षा धागे लगे थे। यह खेप 24.01.2025 को हांगकांग से दिल्ली के न्यू कूरियर टर्मिनल (एनसीटी) पर पहुंची थी। आर्थिक सुरक्षा संबंधी जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए, मामले को आगे की जांच के लिए 03 फरवरी को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अपने हाथ में ले लिया।
डीआरआई ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले और कर्नाटक के बेंगलुरु में ऐसे मुद्रा कागज के वास्तविक आयातक पाए गए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। ऐसे कागज के इच्छित प्राप्तकर्ता/खरीदार को भी 09 फरवरी को राजस्थान में डीआरआई द्वारा गिरफ्तार किया गया, जिसने नकली भारतीय मुद्रा नोटों को छापने के उद्देश्य से आयातक से पहले ही करेंसी पेपर खरीदने की बात स्वीकार की। हरियाणा के भिवानी जिले में उसके आवासीय परिसर की तलाशी में एक प्रिंटर और आंशिक रूप से मुद्रित नकली भारतीय मुद्रा नोटों सहित विभिन्न आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद हुए। तदनुसार, मामले को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत अपराधों के लिए आगे की कार्रवाई और जांच के लिए हरियाणा पुलिस को सौंप दिया गया।
इसी ऑपरेशन के हिस्से के रूप में, डीआरआई ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में दो और व्यक्तियों को विभिन्न आपत्तिजनक साक्ष्यों जैसे कि 500 रुपये के करेंसी नोटों के विभिन्न टाइपसेट वाली फोटोशॉप फाइलें, सुरक्षा धागे वाले करेंसी पेपर आदि के साथ पकडा। मामले को बीएनएस के तहत आगे की कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र पुलिस को सौंप दिया गया।
ठाणे में दोनों व्यक्ति और हरियाणा में एक व्यक्ति, जो एफआईसीएन की छपाई में लगे पाए गए, को क्रमशः महाराष्ट्र और हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीआरआई अधिकारियों की शिकायत के आधार पर बीएनएस के तहत दोनों मामलों में एफआईआर भी दर्ज की गई है।