ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
जीरकपुर 10 Feb : गाजीपुर रोड पर स्थित युमना एंकलेव में एक बर्तन के शो रूम पर आग लग गई। आग इतनी भयानक थी के लाखों रूपये का नुकसान जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर जहां आग लगी हुई थी वहां पर करीब चालीस से पचास सिलेंडर पड़े थे। जो भरे थे या खाली थे यह अभी जांच के बाद ही पता चल पाएगा। क्योंकि आग के कारण कमरे में इतनी ज्यादा तपस थी के वहां खड़े होने भी मुश्किल था। इसके इलावा दूसरी मंजिल पर जहां आग लगी थी वहां कई बॉक्स दीवाली के बचे हुए पटाखे पड़े थे। जिनमें से कुछेक पटाखे आग लगने के कारण पहले ही फट गए थे। जिस कारण आसपास दहशत का माहौल बना गया था। बताया जा रहा है के शो रूम मालिक द्वारा यहां सिलेंडर भी भरे जाते थे। मौके पर मौजूद कुछ लोग खड़े आपस में बातें कर रहे थे के सिलेंडर भरते समय ही यह हादसा हुआ है। लेकिन दमकल विभाग द्वारा ना तो अभी इसकी पुष्टि कि गई है और ना ही आग के असल कारणों के बारे बताया गया है। हैरानी की बात यह के बिल्डिंग के ऊपर चढ़ने के लिए एक ही सीढ़ी थी वह भी बंद थी। वहां मौजूद लोगों ने बताया की आग करीब पौने दो बजे के आसपास लगी थी जिसकी सुचना दमकल विभाग को दी गई थी। दमकल विभाग के पहुंचने से पहले लोगों ने पत्थर मार मार कर शो रूम के शीशे तोड़ दिए थे ताकि बंद होने के कारण ब्लास्ट ज्यादा बड़ा ना हो जाए। वहां मौजूद लोगों ने बताया के आग लगने के बाद दो तीन धमाके भी हुए है जिसे सिलेंडर या कोई ओर ब्लास्ट हुआ हो। दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर तीन गाड़ियों की मदद से करीब दो घंटे की मुशक्त के साथ आग बुझाई। लोगों ने बताया की यदि समय रहता आग पर काबू ना पाया गया होता तो नुकसान ज्यादा हो सकता था, क्योंकि दूसरी मंजिल के ऊपर दो कमरों में सिलेंडर पड़े थे और पास वाली बिल्डिंग कि ऊपरी मंजिल पर गैस चूल्हा व सिलेंडर पड़ा हुआ था। यदि आग भड़कती तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था। लोगों ने बताया कि यह दुकान रविंदर बंसल नामक व्यक्ति की है जो यहां सिलेंडर भी भरता है। यहीं कारण है के दुकान पर करीब 50 सिलेंडर दूसरी मंजिल पर पड़े हुए थे। आग लगने के कारण शो रूम मालिक का लाखों रूपये का नुकसान हो गया है। मौके से मिली जानकारी अनुसार शो रूम मालिक के पास दमकल विभाग की एनओसी भी नही थी और नॉर्म्स भी पुरे नही थे।
बॉक्स
आगजनी की घटना बेहद भयंकर थी और दूसरी मंजिल पर जाने के लिए कोई रास्ता भी नही था। जिसके चलते कोई भी व्यक्ति आग को बुझाने के लिए ऊपर नही जा पा रहा था। लेकिन दमकल विभाग के कर्मचारी लवप्रीत सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बिना लेडर (सीढ़ी) के जरिए फ्रंट साइड से ऊपर चढ़ा तो ऊपर 40 से 50 पचास सिलेंडर दिखकर उसके पैरों के तले से जमीन खिसक गई, क्योंकि एक भी सिलेंडर को आग लगती तो बहुत बड़ा धमाका हो सकता था। लवप्रीत सिंह दलेरी को देखते हुए लोगों ने उनको शाबाशी दी। लवप्रीत कि दलेरी के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका। परेशानी की बात रही के एक तरफ शो रूम में सिलेंडर पड़े थे तो सामने से एक हाईवोल्टेज की तार थी। वहीं दूसरी ओर दमकल विभाग के कर्मचारियों ने पास वाले शो रूम की दीवार तोड़कर आग पर काबू पाया। आग पर काबू पाने के लिए दो घंटे का समय लगा। लेकिन उसके बाद भी दमकल विभाग के कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हुए थे। हलांकि इस दौरान दमकल विभाग के कर्मचारियों के पास खुद सेफ्टी के लिए उपकरण नामात्र थे। लेकिन दमकल विभाग के कर्मचारियों ने एक बड़े हादसे को होने से बचा लिया। जो की सराहनीय है और वहां मौजूद लोगों ने तो यह भी कहा के लवप्रीत की दिलेरी को देखते हुए प्रसाशन को उसको सम्मानित करना चाहिए।
कोट्स
हमें करीब दो बजे आग लगने की सुचना मिली थी। हमारी टीम ने मौके पर पहुंचकर तीन फायर टेंडर की मदद से आग पर काबू पाया, जिसे करीब ढाई से तीन घंटे लगे। क्योंकि आग पर तो काबू पा लिया गया था। लेकिन तपस की वजह से अंदर जाना मुश्किल था। पटाखों के कुछ बॉक्स हमें मिले हैं और लोगों के बताए अनुसार कुछ धमाके भी हुए हैं। आग पर काबू पाने के बाद एनओसी की जांच भी की जाएगी। जगह कम होने के कारण आग बुझाने में काफी समस्या आई है।
महेश कुमार, इंस्पेक्टर दमकल विभाग जीरकपुर।