महाकुंभ-महा-जाम : रविवार को रही भारी भीड़, झूंसी फुल पैक, रात से पैदल चले श्रद्धालु, कई किमी तक गाड़ियां भी फंसीं

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

अगर जा रहे हैं प्रयागराज तो रहें होशियार, सोमवार को राष्ट्रपति मुर्मू संगम आएंगी, रहेंगे कड़े सुरक्षा प्रबंध

नई दिल्ली 9 फरवरी। फिलहाल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ जारी है। मौनी हादसे के बाद वहां एक बार फिर से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी है। हर दिन लाखों लोग पावन संगम में डुबकी लगा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक महाकुंभ में रविवार की छुट्टी के चलते श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ नजर आई। वहीं सड़कों पर भी गाड़ियां जगह-जगह जाम में फंसी रहीं। श्रद्धालु बीती से पैदल चलकर यहां पहुंचे। गौरतलब है कि प्रयागराज की पावन धरा पर सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंचेंगी। वह आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी और इस दौरान संगम स्नान के साथ ही यहां अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।

अभिनेत्री व पूर्व सांसद जयाप्रदा ने रविवार को अपने बेटे संग त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। उन्होंने कुम्भ मेले में पहुंचकर अपनी खुशी जाहिर की और केंद्र एवं राज्य सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की। दूसरी तरफ, रविवार को कसारी गांव के सामने आवागमन को पुलिस ने रोक दिया। वहीं प्रयागराज-रायबरेली हाईवे पर नवाबगंज से 12 किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। प्रयागराज में झूंसी से लेकर अलोपी बाग तक जाम लगा था। मेले में घाटों पर भी भारी संख्या में भीड़ उमड़ रही। मेला प्रबंधकों ने दावा किया कि 27वें दिन शनिवार एक करोड़ 22 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते प्रयागराज आने वाली अधिकतर सड़कों पर जाम की स्थिति है। हजारों की तादाद में लोग प्रयागराज के बाहर जाम में फंसे रहे। भारी भीड़ को देखते हुए पार्किंग स्थल और रूटों पर आपात प्लान लागू कर दिया गया है।

अगर बात प्रयागराज आने वाले रूट की करें तो फाफामऊ से प्रयागराज, झूंसी से प्रयागराज, जसरा से प्रयागराज आने वाले रास्तों पर भारी जाम लगा हुआ है। प्रयागराज में जाम का मुख्य कारण नए पुल पर सुबह वाहनों का आवागमन रोका जाना, चार पहिया वाहनों का बड़ी संख्या में शहर में प्रवेश होने देना माना जा रहा है। इसके अलावा शटल बसों का मुख्य मार्गों पर जहां-तहां खड़ा होना और बैरिकेडिंग प्वाइंटों पर लगे पुलिसकर्मियों का स्थिति के अनुसार निर्णय ना लेना बताया जा रहा है।

————–

Leave a Comment