खन्ना 5 मई। खन्ना में श्रम मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध के सरकारी आवास के बाहर पावरकॉम के ठेका कर्मचारी परिवार सहित पांचवें दिन भी धरने पर बैठे हैं। यह धरना 1 मई से जारी है। पावरकॉम के ठेका कर्मचारी गुरप्रीत सिंह की ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई थी। गुरप्रीत सिंह एक गरीब परिवार से थे। वह 10 हजार रुपए महीने की तनख्वाह पर परिवार का गुजारा कर रहे थे। उनका परिवार आज भी कच्चे मकान में रहता है। यूनियन का कहना है कि मंत्री या उनके परिवार के किसी सदस्य ने अब तक परिवार से संपर्क नहीं किया।
20 लाख रुपए मुआवजे की मांग
ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के नेता बलिहार सिंह ने कहा कि यह सभी ठेका कर्मचारियों के हक और सम्मान की लड़ाई है। यूनियन की मांग है कि मुख्यमंत्री राहत कोष से परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को स्थायी नौकरी दी जाए।
प्रशासन ने 2 लाख की सहायता राशि के लिए राजी
प्रशासन ने सोमवार को हुई बैठक में 2 लाख रुपए की सहायता राशि का प्रस्ताव रखा। यूनियन ने इसे अपर्याप्त बताते हुए ठुकरा दिया। यूनियन नेता जगदेव सिंह ने कहा कि 14 अन्य सामाजिक और ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर संघर्ष को और तेज करेंगे। मृतक का अंतिम संस्कार 5 दिनों से रुका हुआ है।