पंजाब 23 अप्रैल। पंजाब सरकार द्वारा अब गांव के सरपंचों को हर महीने 2000 रुपए वेतन दिया जाएगा। जिस दिन से सरपंचों ने शपथ ली है, उसी दिन से उन्हें वेतन दिया जाएगा। यह ऐलान सीएम भगवंत मान ने चंडीगढ़ स्थित टैगोर थिएटर में पंचायत दिवस पर आयोजित समागम में किया। सीएम ने कहा कि यह शुरुआत है। दो हजार के आगे एक और जीरो भी जल्दी लगा देंगे। उन्होंने बताया कि पहले सरपंचों को 1200 रुपए दिए जाते थे। इसके बाद पैसे न मिलने पर कुछ पंचायतें कोर्ट चली गई थीं। इसके बाद सरकार ने 2019 में पेंशन बंद कर दी थी। उन्होंने विरोधियों का नाम लिए बिना हमला किया। पहले वाले तो मेरा साला, मेरा जीजा, मेरा पुत्र मेरा बेटा करते ही चले गए। जब 200-200 किलोमीटर बदली गई तो सिस्टम सुधरा है। वहीं, उन्होंने कहा कि सरपंचों के अधिकारों को मजबूत करेंगे। इस दौरान उन्होंने सर्वसम्मति से चुनी पंचायतों को 5-5 लाख के चैक देने शुरू किए।
नशा मुक्त गांव को मिलेगा विशेष फंड
वहीं, उन्होंने पंचायतों से अपील की है कि सरकार ने युद्ध नशों के विरुद्ध मुहिम शुरू की है। इसमें आपका सहयोग चाहिए। उन्होंने कहा कि कई पंचायतों ने इसमें सहयोग भी किया है। जो गांव नशा मुक्त बनेगा, उसे विकास के लिए एक लाख रुपए का विशेष फंड दिया जाएगा।
अब सिख रेजिमेंट खतरे में, नहीं मिले रहे युवा
सीएम ने कहा कि सिख रेजिमेंट खतरे में है। पंजाब में भर्ती के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। सेना अधिकारियों का कहना है कि किसी और को तो मौका नहीं दे सकते। पंजाब जनरलों के लिए जाना जाता है। पंचायतों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी। अग्निवीर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 18 साल में भर्ती और 21 में रिटायरमेंट नहीं चल सकती।
पंचायत के सर्टिफिकेट के बाद होगी अदायगी
सीएम ने बताया कि हमने रजिस्ट्री की भाषा को सरल कर दिया है। अब उर्दू के शब्द हटाकर पंजाबी में लिखे जाएंगे, ताकि आसानी से सब काम हो सके। वहीं, उन्होंने कहा कि गांव की लिंक सड़कों को सुधारने का प्रोजेक्ट शुरू होगा। इसमें ठेकेदार को अदायगी तभी होगी, जब पंचायत सर्टिफिकेट देगी कि सड़क सही बनी है।