आतंकी हमले के बाद यूपी हाई अलर्ट मोड पर

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जनहितैषी, 23 अप्रैल, लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। विशेष रूप से अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ, मथुरा और सहारनपुर जैसे संवेदनशील जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आपात बैठक बुलाकर वरिष्ठ पुलिस और खुफिया अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी धार्मिक स्थलों, प्रमुख सरकारी भवनों, रेलवे स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए।

प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि राज्य में आतंकियों के संभावित नेटवर्क या स्लीपर सेल्स की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों में एटीएस, एसटीएफ और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट्स को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है।

पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) ने बताया कि सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे असामान्य गतिविधियों की निगरानी करें, होटलों और धर्मशालाओं की चेकिंग बढ़ाएं और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई करें।

राज्य की सीमाओं पर विशेष चौकसी के आदेश दिए गए हैं, खासकर नेपाल और दिल्ली बॉर्डर से लगते ज़िलों में। रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और एयरपोर्ट पर बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की तैनाती बढ़ा दी गई है।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक, आतंकी हमले के बाद कुछ कट्टरपंथी संगठन यूपी में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है और आम जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की गई है।

राष्ट्रीय खाद्यान्न संकट में, 4 लाख एकड़ जमीन जलमग्न, गुरमीत खुडियां ने केंद्र से तत्काल राहत की मांग की • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। • खुदियां कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव को प्रदर्शित करता है • बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय पैकेज और प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए बढ़े हुए मुआवजे की मांग की गई।

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