स्वर्गीय कुलार की अगली पीढ़ी में फीको प्रेसिडेंट गुरमीत और जगदेव कुलार संभाल रहे कारोबारी विरासत को
लुधियाना/यूटर्न/22 अप्रैल। कारोबारी महानगर लुधियाना में साइकिल इंडस्ट्री को खास पहचान दिलाने में नामी उद्यमी दर्शन सिंह कुलार का खास योगदान रहा था। उनका जन्म पांच नवंबर 1939 को रत्न सिंह कुलार व संत कौर के घर हुआ था। उन्होंने 1955 में जीजीएन खालसा स्कूल गुरुसर सुधार से मैट्रिक पास करने के बाद लुधियाना आकर 1956 में अपना व्यवसाय स्थापित किया।
उन्होंने किराए की इकाई देवकी नंदन एंड संस में साइकिल मडगार्ड का निर्माण शुरू किया। वर्ष 1962 में उन्होंने अपनी इकाई कुलार साइकिल इंडस्ट्रीज नाम की शुरू की। जहां उन्होंने पहले मशीनरी और फिर साइकिल के मडगार्ड और रिम्स का उत्पादन किया। दर्शन सिंह को भारतीय साइकिल इंडस्ट्री में एक टेक्नोक्रेट के रूप में जाना जाता है। 18 साल पहले दर्शन सिंह कुलार का निधन 23 अप्रैल, 2003 में हुआ। वर्ष 1962 में कुलार साइकिल इंडस्ट्रीज इकाई शुरू हुई।
उनके बेटे व फीको के प्रेसिडेंट गुरमीत सिंह कुलार और जगदेव सिंह कुलार ने पिता की कारोबारी विरासत को आगे बढ़ाया। जो इस समय सभी साइकिल और आटो इंडस्ट्रीज यूनिट नंबर 2, दर्शन उद्योग, कुलार इंटरनेशनल, कुलार इंडस्ट्रियल कारपोरेशन और कुलार संस नामक फर्मों का संचालन कर रहे हैं। इसके अलावा गुरमीत सिंह कुलार फीको के प्रधान और पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के लुधियाना जोन के चेयरमैन भी हैं।