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55 वीं विश्व आर्थिक मंच बैठक दावोस, स्विट्जरलैंड (20-24 जनवरी 2025): भारत-अमेरिका का डं

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र्ल्ड इकोनॉमिक फोरम हर वर्ष सदस्य देशों को प्रौद्योगिकीय प्रगति व भू-आर्थिक बदलावों के युग में अपने नेतृत्व को स्थापित व सहयोग को बढ़ावा देने का अवसर है-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

 

वैश्विक नवोन्मेष, तकनीकी अग्रदूतों और यूनिकॉर्न विशेषज्ञों के बीच चर्चा के साथ, 55वीं विश्व आर्थिक मंच (WEF) बैठक का आगाज़ दावोस, स्विट्जरलैंड में 20-24 जनवरी 2025 के बीच हुआ। इस साल का मुख्य विषय “बुद्धिमान युग के लिए सहयोग” था।

 

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, एक वैश्विक संगठन, प्रत्येक वर्ष दुनिया के प्रमुख नेताओं को एक मंच पर लाकर वैश्विक व्यावसायिक, राजनीतिक, और सामाजिक मुद्दों पर विचार- विमर्श करता है। यह बैठक देशों के बीच सहयोग बढ़ाने, प्रौद्योगिकी में प्रगति और भू-आर्थिक बदलावों पर ध्यान केंद्रित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस मंच की स्थापना 1971 में स्विस जर्मन अर्थशास्त्री और प्रोफेसर क्लॉस श्वाब द्वारा की गई थी।

 

*भारत का प्रतिनिधित्व और दावोस में उसकी भूमिका*

 

इस वर्ष की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। यह आयोजन भारत के समावेशी विकास और डिजिटल परिवर्तन को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। उन्होंने वैश्विक उद्योग नेताओं से मुलाकात की और भारतीय रेलवे में सुधार, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मेड-इन-इंडिया उत्पादों पर चर्चा की। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

भारत ने अपने डिजिटल और औद्योगिक बदलावों को पेश किया, और दावोस में भाग लेने के साथ ही वैश्विक अनुभव और तकनीक अपनाने का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर भारत के छह राज्यों—आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना, और उत्तर प्रदेश-ने अपनी विकास योजनाओं और निवेश के अवसरों को साझा किया। महाराष्ट्र ने 15.7 लाख करोड़ रुपए के निवेश एमओयू साइन किए, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 3.05 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव विशेष रूप से उल्लेखनीय था।

 

*अमेरिका का प्रभाव और ट्रंप का संबोधन*

 

दावोस की इस वार्षिक बैठक को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 23 जनवरी 2024 को वर्चुअल रूप से संबोधित किया। उन्होंने विश्व कप और ओलंपिक के आयोजन के बारे में बात करते हुए कहा कि भाग्य से वह राष्ट्रपति बने हैं जब अमेरिका 2026 में फीफा विश्व कप और 2028 में ओलंपिक की मेज़बानी करेगा। ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का प्रयास करने की अपनी इच्छा जताई और सऊदी अरब तथा ओपेक से तेल की कीमतों में कमी लाने का अनुरोध किया, जिससे युद्ध को समाप्त करने में मदद मिल सके।

 

उन्होंने कहा कि अमेरिका का स्वर्णिम दौर शुरू हो गया है, और उनका प्रशासन जल्द ही देश को और अधिक मजबूत, एकजुट और समृद्ध बनाएगा। ट्रंप ने विश्व व्यापार जगत के नेताओं से अमेरिका में विनिर्माण की अपील की और कहा कि उन्हें टैरिफ का सामना नहीं करना पड़ेगा यदि वे अमेरिका में उत्पादन करते हैं।

 

*वैश्विक नवोन्मेष और तकनीकी सहयोग*

 

इस बैठक में वैश्विक नवोन्मेष, तकनीकी अग्रदूतों और यूनिकॉर्न विशेषज्ञों के बीच चर्चा की गई, जिनका मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए सहयोग को बढ़ावा देना था। इससे यह सिद्ध हुआ कि आज के डिजिटल और तकनीकी युग में प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां केवल देशों के लिए ही नहीं, बल्कि निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के लिए भी मौजूद हैं।

 

*निष्कर्ष*

 

55 वीं विश्व आर्थिक मंच बैठक का आयोजन दावोस, स्विट्जरलैंड में वैश्विक स्तर पर आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर चर्चा का एक महत्वपूर्ण अवसर था। इस वर्ष भारत और अमेरिका दोनों ने अपने-अपने विकास योजनाओं को साझा किया और दुनियाभर के नेताओं के साथ सहयोग के नए रास्ते खोजे। भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत, डिजिटल परिवर्तन और निवेश के अवसर इसे वैश्विक मंच पर एक प्रमुख खिलाड़ी बना रहे हैं।

इस बैठक का परिणाम यह है कि वैश्विक परिवर्तन और सहयोग के लिए यह बैठक एक नए दृष्टिकोण को प्रस्तुत करती है, जिसमें सभी देशों को अपनी भूमिका निभाने का अवसर मिलता है।

 

*-संकलनकर्ता लेखक – क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र*

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