रोहतक का मामला, आरोपी जेबीटी टीचर ने उठाया आरक्षण का गलत फायदा
रोहतक 23 जनवरी। जिले के महम थाने में एक जेबीटी टीचर के खिलाफ फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त करने का मामला सामने आया है। खरकड़ा गांव के भिखलाना पाना के सुनील कुमार, जो वर्तमान में फरमाणा गांव की राजकीय प्राथमिक पाठशाला में कार्यरत है, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार रोहतक की कैलाश कालोनी की शिकायतकर्ता सुनीता शर्मा ने पुलिस को बताया कि सुनील कुमार जाट समुदाय से हैं, लेकिन उन्होंने फर्जी तरीके से बाल्मीकि जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ उठाया। मामले में एक महत्वपूर्ण सबूत जेबीटी कोर्स में दाखिले के समय भरा गया फॉर्म है। सुनील कुमार ने गलत जानकारी दर्ज कराई थी। इस फॉर्म में उन्होंने अपना पूरा नाम, पता, जन्म तिथि भरने के साथ फोटो लगाकर हस्ताक्षर भी किए थे।
बताते हैं कि पिछले 20 वर्षों से शिक्षा विभाग में सेवारत इस टीचर के विरुद्ध केस दर्ज होने के बाद विभागीय कार्रवाई की भी संभावना है। शिकायतकर्ता ने गांव में जांच के बाद कुछ अन्य दस्तावेज भी प्रस्तुत किए हैं, जो आरोपी द्वारा की गई धोखाधड़ी को साबित करते हैं। शिकायतकर्ता ने एससीईआरटी द्वारा करवाई गई जांच का पत्र भी पुलिस को उपलब्ध करवाया है। यह जांच जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रोहतक द्वारा की गई थी। जांच में पाया गया कि आरोपी सुनील ने एससी कैटागिरी के तहत अध्ययन करके जेबीटी डिप्लोमा प्राप्त किया। जाति प्रमाण पत्र फर्जी बनवाया।