जनहितैषी, 19 अप्रैल, लखनउ। आगरा में करणी सेना के बवाल के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी सांसद रामजी लाल सुमन से मुलाकात करने आगरा पहुंचे। रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा के खिलाफ विवादित बयान देकर मुद्दा गरमाया। इसके बाद राजपूत समाज के बीच उनके खिलाफ आक्रोश बढ़ा। करणी सेना ने इस मुद्दे को लेकर सपा सांसद को घेरा। उनके खिलाफ दो प्रदर्शन हो चुके हैं। राजपूत करणी सेना और समाजवादी पार्टी के बीच लगाातर माहौल गरमाया हुआ है। ऐसे में फूलन देवी की हत्या का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश यादव ने आगरा से एक नई राजनीतिक लाइन खींचने की कोशिश की है। उन्होंने राजपूत समाज को एक प्रकार से फूलन देवी की हत्या का आरोपी करार देते हुए खुद को गोली मारे जाने की साजिश से जोड़ा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा दौरे के दौरान एक प्रेस वार्ता में बीजेपी और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि फूलन देवी को मारने वाले अब उन्हें गोली मारने की धमकी देने वालों को बीजेपी वाले प्रमोट कर रहे हैं। यह लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के लिए बेहद खतरनाक संकेत है।
अखिलेश यादव ने आगरा में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर कहा कि दिल्ली और लखनऊ से ही इस हिंसा को प्रमोट किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आगरा में इस तरह की घटनाएं होती रहीं, तो इसका असर पर्यटन पर भी पड़ेगा योगी सरकार को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि योगी जी को कुछ नहीं आता, वे विधानसभा में 46 को 56 बोलते हैं। थानों में पीडीए वालों की नियुक्तियां नहीं हैं, यूपी एसटीएफ में 21 पदों में से सिर्फ 3 लोग हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूपी में दलितों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है और सरकार इन मामलों को नजरअंदाज कर रही है।