गुरुग्राम में भर्ती थे यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर, पेट में लगी थीं गोलियां
गुरुग्राम 22 जनवरी। यहां मेदांता हास्पिटल में भर्ती यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स के इंस्पेक्टर सुनील (55) ने दम तोड़ दिय। वह सोमवार रात को उत्तर प्रदेश के शामली में हुए एनकाउंटर में बदमाशों की गोली से घायल हुए थे। जिसके बाद उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के मुताबिक इंस्पेक्टर सुनील टीम को लीड कर रहे थे। इससे पहले मंगलवार की शाम को उनका ऑपरेशन किया गया था। इस दौरान डॉक्टरों ने गोलियां निकाल दी थीं लेकिन उनका लिवर फट गया था। जिस वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई। घरौंडा के डीएसपी मनोज कुमार ने इंस्पेक्टर के मौत की पुष्टि की। इंस्पेक्टर की एक बेटी और एक बेटा है। दोनों ही शादीशुदा हैं। शामली के एसपी रामसेवक गौतम ने कहा कि इंस्पेक्टर की मौत की सूचना के बाद एक टीम को गुरुग्राम भेजा गया है।
यहां बता दें कि इस एनकाउंटर में एसटीएफ ने चार बदमाशों को मार गिराया था। इसमें से तीन बदमाश हरियाणा के थे। जिनमें सतीश और मनवीर करनाल के थे और मंजीत सोनीपत का रहने वाला था। चौथा बदमाश सहारनपुर का रहने वाला अरशद था। ये चारों मुस्तफा कग्गा गैंग से जुड़े हुए थे। 30 मिनट चली इस मुठभेड़ में 40 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई थी। इंस्पेक्टर सुनील मेरठ में इंचौली के मसूरी गांव के रहने वाले थे।
बताते हैं कि वह 1990 को यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे। स्पेशल टास्क फोर्स का गठन होने के बाद उन्होंने 1997 में मानेसर, हरियाणा में कमांडो कोर्स किया, 16 साल से वह एसटीएफ में ही थे। सोमवार देर रात एसटीएफ को मुखबिर से बदमाश अरशद की लोकेशन मिली थी। इसके बाद पुलिस टीम ने बदमाशों की कार का पीछा किया। शामली के झिंझाना क्षेत्र में टीम ने बदमाशों की कार को ओवरटेक कर घेर लिया। दोनों तरफ से 30 राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान इंस्पेक्टर सुनील के पेट में तीन गोलियां लगीं। इसके बाद टीम ने फायरिंग की, तीन बदमाश कार में ही मारे गए, जबकि एक को कुछ दूरी पर मार गिराया। इनमें अरशद एक लाख रुपए का इनामी था।
———