यूपी में जीरो पावर्टी योजना बाबा साहेब के नाम पर

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया एलान

जनहितैषी, 14 अप्रैल, लखनउ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर होगा। यह कार्यक्रम इसी महीने आगे बढ़ाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर गरीब-वंचित को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने के लिए पीएम मोदी की प्रेरणा से सरकार ने जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम को अपने हाथ में लिया है।

जीरो पॉवर्टी का मतलब कोई गरीब-वंचित न रह पाए। वह सभी प्रकार की सुविधाओं से युक्त हो। पिछले 8 वर्ष में मुसहर, थारू, वनटांगिया, कोल, बुक्सा, चेरो, गोड़, सहरिया को पूरी तरह से सेचुरेट करने का कार्य किया गया। हर जरुरतमंद को सुविधाओं का लाभ दिलाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर अंबेडकर महासभा की तरफ से सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में अपनी बातें रखीं। मुख्यमंत्री ने स्मारिका का भी विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में 14-15 लाख परिवारों को जोड़ेंगे। हर ग्राम पंचायत में 20-25 ऐसे परिवार होंगे, जिन्हें बहुत सारी सुविधाएं नहीं मिली होंगी। डबल इंजन सरकार उन्हें वह सुविधा उपलब्ध कराएगी। सीएम ने कहा कि यह योजना इसलिए बाबा साहेब के नाम पर जानी जाएगी, क्योंकि देश में शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक रूप से समुन्नत करने का दर्शन उन्होंने ही दिया था। यूपी देश का पहला राज्य होगा, जो जीरो पॉवर्टी के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा।

लखनउ स्थित अंबेडकर महासभा के प्रगंण में लगी बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यापर्ण करने के बाद उनहोंने वहा एक जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि 1891 में मध्य प्रदेश के महू में बाबा साहब का जन्म हुआ। विलक्षण बुद्धि और कुछ करने की तमन्ना के भाव के कारण उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड की तरफ प्रस्थान का निश्चय किया। महाराजा बडोदरा ने छात्रवृत्ति दी, जिस पर वे वहां गए और दुनिया की उच्चतम शिक्षा की डिग्री हासिल कर वापस भारत आए। उनका एक ही संकल्प था कि कोटि-कोटि वंचितों-दलितों को उनका अधिकार दिलाना है। न सिर्फ देश, बल्कि नागरिकों की आजादी के लिए भी कार्य करना है। बाबा साहेब देश की आजादी के आंदोलन में कूद पड़े।

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