संत सीचेवाल की अगुवाई में बुड्ढा दरिया किनारे भूखड़ी खुर्द में ढाई सौ विरासती पौधे लगाए

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

सांसद सीचेवाल ने कहा दरिया की ज़मीन पर लगाए जाएंगे मिनी जंगल

नवीन गोगना

लुधियाना, 11 अप्रैल। बुड्ढे दरिया के किनारे गांव भूखड़ी खुर्द के पास पर्यावरण प्रेमी व सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल की अगुवाई में लगभग 250 पंजाब के विरासती पौधे लगाए गए। दरिया किनारे पंजाब के राज्य वृक्ष ‘टाहली’ (शीतल वृक्ष) को प्रमुखता के साथ लगाया गया।

इस दौरान लगाए पौधों में नीम, पीपल, बड़ (बरगद), टाहली, शहतूत, चकोतरा आदि शामिल हैं। इसके अलावा सजावटी और सुगंधित पौधों में मंदाकिनी, गुलाब और पाम के पौधे भी लगाए गए। गांव के सरपंच सतपाल सिंह ने बताया कि पंजाब में विरासती पौधे धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहे हैं। उन्होंने संत बलबीर सिंह सीचेवाल से अनुरोध किया था कि सीचेवाल की नर्सरियों से वे पौधे उपलब्ध करवाए जाएं, जो अब पंजाब से खत्म होते जा रहे हैं।

राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि लगाए गए नीम और शहतूत के पौधे पांच से सात फुट तक बड़े हैं, ताकि इन पौधों को पशुओं से बचाया जा सके। बुड्ढे दरिया के किनारे जहां भी दरिया अतिरिक्त ज़मीन उपलब्ध होगी, वहां मिनी जंगल लगाए जाएंगे, ताकि पक्षियों का बसेरा भी बन सकें।

संत सीचेवाल ने कहा कि भूखड़ी खुर्द गांव तक दरिया में साफ पानी आ गया है, जिसे प्रदूषण के अंत की शुरुआत माना जा सकता है। सफाई अभियान तब तक जारी रहेगा ,जब तक वलीपुर कलां तक दरिया का पानी पूरी तरह साफ ना हो जाए। इस मौके पर भूखड़ी खुर्द में दरिया में साफ पानी आने के उपलक्ष्य में 35 सालों के बाद बैसाखी मनाई जा रही है। गांव के गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ शुरु कराया गया, जिसका भोग 13 अप्रैल को डाला जाएगा।

————–

 

Leave a Comment