निधि गुप्ता लुधियाना ईस्ट से शुरुआती-वॉलिंटियर दावेदार, बाकी मौजूदा विधायकों को लग सकती है ‘धोबी-पछाड़’
लुधियाना 18 जनवरी। आखिरकार लुधियाना नगर निगम को लेकर बड़ा फैसला हो गया। महानगर को महिला मेयर 20 जनवरी को मिल जाएंगी। आम आदमी पार्टी का दावा है कि फिलहाल 53 वोटरों के साथ उसको बहुमत हासिल हो चुका है।
जानकारी के मुताबिक जनरल हाउस की मीटिंग के बाद कौंसलरों को भी शपथ दिलाई जाएगी। इस दौरान शहर को महिला मेयर भी मिलेगी। जनरल हाउस की मीटिंग गुरु नानक देव भवन में सुबह 11 बजे शुरू होगी। इसे लेकर विधायकों-कौंसलरों को निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं।
महिला कौंसलर के लिए रिजर्व किया था मेयर पद :
नगर निगम चुनाव के नतीजे आने के दो हफ्ते बाद भी लुधियाना में मेयर नहीं बनने के बाद पंजाब सरकार ने एकाएक बड़ा फैसला लिया था। स्थानीय निकाय विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर मेयर पद महिला कौंसलर के लिए रिजर्व कर दिया था। ऐसे में सबसे ज्यादा सीट हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी में सियासी-हलचल तेज हुई।
घुम्मण सबसे मजबूत दावेदार !
मेयर पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार वार्ड 63 से आप के टिकट पर जीतीं मनिंदर कौर घुम्मण मानी जा रही हैं। वह लुधियाना वैस्ट हल्के से हैं, जहां से आप विधायक गुरप्रीत गोगी का गत दिनों निधन हो गया। इसी हल्के से वार्ड 55 से आप के टिकट पर जीतीं कौंसलर अमृता वर्षा रामपाल सीनियोरिटी के हिसाब से मेयर पद की मजबूत दावेदार हैं। दरअसल वह पांचवीं बार कौंसलर बनी हैं। संयोग से इसी हल्के में लगते वार्ड 71 से आप के टिकट पर जीतीं नंदिनी मनु जैरथ का नाम भी भी मेयर पद की दौड़ में है।
नए चेहरे को भी मिल सकता है मौका :
दूसरी तरफ, वार्ड 19 से आप के टिकट पर जीतीं कौंसलर निधि गुप्ता भी मेयर पद की दौड़ में शामिल हैं। वह लुधियाना ईस्ट से आप विधायक दलजीत सिंह उर्फ भोला गरेवाल के विस क्षेत्र से हैं। यहां काबिलेजिक्र है कि आप के सीनियर नेताओं ने नगर निगम चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि नए चेहरे को मेयर बनाया जा सकता है।
‘यूटर्न टाइम’ का आंकलन सही साबित :
महिला कौंसलर के लिए मेयर पद रिजर्व करने के ऐलान पर ‘यूटर्न टाइम’ ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी। संयोग से वह सही साबित होने के आसार हैं। लुधियाना वैस्ट हल्के के विधायक गुरप्रीत गोगी का निधन हो जाने के बावजूद मेयर पद की दौड़ में सबसे ज्यादा महिला कौंसलर वहीं से दावेदार हैं। जबकि लुधियाना ईस्ट से विधायक दलजीत भोला के हल्के से भी एक मजबूत दावेदार हैं। इन दोनों हल्कों से ही मेयर का चयन होने की सूरत में बाकी शहरी हल्कों के आप विधायकों को निगम की सियासत में बड़ा सियासी-झटका लग सकता है।
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