कन्या भ्रूण हत्या मामले में आरोपी हिसार की डिप्टी सिविल सर्जन निलंबित, स्टिंग ऑपरेशन पर सरकारी-कार्रवाई
हरियाणा, 10 अप्रैल। लोग आमतौर पर डॉक्टर को भगवान का रुप मानते हैं। कभी ‘कुड़ी-मार सूबे’ के नाम से बदनाम हरियाणा में कन्या-भ्रूण हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए सूबे की सैनी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दूसरे कार्यकाल में यह बड़ा एक्शन लिया गया। सरकार ने एक निजी चैनल के कन्या भ्रूण हत्या पर किए स्टिंग आपरेशन पर संज्ञान लेते हुए हिसार के डिप्टी सिविल सर्जन कम नोडल अफसर डॉ. प्रभु दयाल को तत्काल सस्पेंड कर दिया।
सेहत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल के जारी आदेश के मुताबिक डॉ. प्रभु निलंबन पीरियड के दौरान भिवानी में तैनात रहेंगे। यहां बता दें कि हरियाणा सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने को स्टेट टास्क फोर्स का गठन किया है। पिछले तीन माह में हरियाणा के 1500 एमटीपी सेंटर में से 300 के रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए। इसके अलावा 17 ऑनलाइन एमटीपी किट विक्रेता के खिलाफ पिछले 2 माह में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पिछले दो माह में 23 पीएनडीटी रेड हुई है और उन सेंटर्स को बंद कर दिया गया। अब एमटीपी किट्स सिर्फ रजिस्टर्ड एमटीपी सेंटर पर ही देने के आदेश हैं।