लुधियाना 15 जनवरी। लुधियाना में साइबर ठगों द्वारा लगातार अपने पैर पसारे जा रहे हैं। डिजिटल अरेस्टिंग के बाद अब साइबर ठगों द्वारा व्हाट्सएप हैक करके शहर के कॉर्पोरेट घरानों को अपना निशाना बनाना शुरु कर दिया गया है। ठगों द्वारा पहले नामी कारोबारियों के व्हाट्सएप हैक किए जाते हैं। जिसके बाद उनकी चैट पढ़कर पैसों के लेनदेन करने वाले सीए, सीएफओ व अन्य लोगों की जानकारी हासिल की जाती है। फिर ठगों द्वारा अपने नंबरों से कारोबारियों के नाम से फेक मैसेज भेज दिए जाते हैं। जिसके बाद कारोबारी की तरफ से पैसों की जरुरत होने की बात कहकर लाखों रुपए की ट्रांजेक्शन करवा ली जा रही है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे लगातार कई मामले सामने आ चुके हैं। अभी हाल ही में नामी ऑटो पॉट्स मैन्युफैक्चरर कारोबारी के साथ सीएफओ के जरिए 15 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली गई। इस मामले में थाना साइबर सैल की पुलिस ने जमालपुर के नरिंदर सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। हैरानी की बात तो यह है कि लगातार हो रही इन ठगियों के बाद न तो साइबर सैल इसे रोक पा रहा है और न ही लोगों को अवेयर किया जा रहा है।
कंपनी मालिक की डीपी लगा भेजा मैसेज
जानकारी के अनुसार साइबर ठगों द्वारा ऑटो पॉट्स मैन्युफैक्चरर कारोबारी के नाम से एक फेक व्हाट्सएप अकाउंट बनाया। पुलिस को दी शिकायत में ऑटो पॉट्स मैन्युफैक्चरर कारोबारी के सीएफओ नरिंदर सिंह ने बताया कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया। उक्त नंबर पर प्रोफाइल फोटो उनकी कंपनी के एमडी की लगी थी। मैसेज में लिखा था कि उनके पास एक प्रोजेक्ट है। जिसके लिए 15 लाख रुपए तुरंत चाहिए। जिसके बाद साइबर ठग ने अपना बैंक खाता भेजकर उसमें ट्रांजेक्शन करने को कहा। नरिंदर सिंह ने सच मानते हुए पैसे भेज दिए। लेकिन बाद में पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हो चुकी है।
तीन कारोबारियों से एक साथ की ठगी
कुछ दिन पहले साइबर ठगों ने लुधियाना के एक सीए का व्हाट्सएप हैक कर उसकी गोपनीय जानकारी हासिल की। फिर उक्त सीए के साथ अटैच शहर के नामी टेक्साइटल कारोबारी समेत तीन कारोबारियों को तुरंत पैसों की जरुरत होने और सारी पेमेंट शाम को वापिस करने का मैसेज भेजा। उसे सच मानकर दो कारोबियों ने 55 हजार व एक ने 75 हजार की ट्रांजेक्शन कर दी। शाम को टेक्सटाइल कारोबारी ने सीए से बात की तो ठगी का खुलासा हुआ।
व्यापारी की पत्नी की 6 फ्रेंड्स से पेमेंट मंगवा की ठगी
इसी तरह शहर के एक हाईप्रोफाइल व्यापारी की पत्नी का व्हाट्सएप नंबर हैक किया गया। जिसके बाद ठगों ने महिला के नाम से उनकी 10 फ्रेंड्स को पेमेंट की जरुरत होने संबंधी मैसेज भेजा। जिसमें से छह लोगों ने पेमेंट डाल भी दी। लेकिन बाद में व्यापारी की पत्नी को पता चला कि उसके नाम से उनके जानकारों से ठगी कर ली गई है।
टेक्सटाइल व्यापारी से 52 लाख का फ्रॉड
इसी तरह साइबर ठगों की और से पिछले दिनों शहर के नामी टेक्सटाइल व्यापारी से 52 लाख रुपए की ठगी कर ली। हालांकि इस संबंध में व्यापारी पुलिस लुधियाना साइबर सेल को इस ठगी संबंधी शिकायत भी दी। वहीं व्यापारी का कहना है कि उन्होंने इस दौरान संबंधित बैंक में भी शिकायत दी। बैंक द्वारा ठगी हुई पेमेंट में से 17 लाख रुपए होल्ड कर लिए।
चार महीने बाद हुआ पर्चा, मिले सिर्फ छह लाख
जानकारी के अनुसार टेक्सटाइल व्यापारी द्वारा 52 लाख की ठगी के बाद बैंक के जरिए 17 लाख रुपए होल्ड करवा दिए। व्यापारी का आरोप है कि वह चार महीने तक साइबर सेल जाते रहे। लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई करने में ही चार महीने लगा दिए। जिसके बाद उनकी पेमेंट जब वापिस आई तो सिर्फ छह लाख रुपए ही मिले। व्यापारी ने आरोप लगाते कहा कि पुलिस का कहना है कि उक्त ठगों द्वारा कई और लोगों से भी ठगी की थी। जिस कारण उक्त पेमेंट तीन हिस्सों में बांट दी गई।
उच्च अधिकारियों से अप्रोच होने पर तुरंत होती है कार्रवाई
टेक्सटाइल कारोबारी से हुई ठगी के बाद पीड़ित द्वारा रोष जताया जा रहा है। उनका कहना है कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर व विभाग के उच्च अधिकारियों को शिकायत देने की जगह सीधा साइबर सेल में अप्रोच की। इसी कारण उनकी कार्रवाई में देरी हुई है। चर्चा है कि यहीं अगर उच्च अधिकारियों के ध्यान में मामला लाया जाए तो नीचे सत्र के अधिकारियों द्वारा भी तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाती है।
व्हाट्सएप नहीं रहा सेफ, लोग रखे ध्यान
वहीं साइबर ठगों द्वारा अब व्हाट्सएप के जरिए लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है। जिसे देख लगता है कि अब व्हाट्सएप सेफ नहीं रहा है। वहीं लोग इस बात का ध्यान रखें कि पेमेंट व किसी भी तरह की ट्रांजेक्शन संबंधी व्हाट्सएप के जरिए बात करने से गुरेज करें, ताकि उनका डाटा साइबर ठगों तक न पहुंच सके।